कोरोना की दूसरी लहर में मामले कम होने के बाद अब कई राज्यों में धीरे-धीरे लॉकडाउन में छूट दी जाने लगी है। हालांकि, कई राज्यों में अब भी सख्त लॉकडाउन लगा हुआ है। लॉकडाउन को लेकर ICMR के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा है कि, मामले कम आने लगे हैं लॉकडाउन का असर हुआ है लेकिन यह लंबे वक्त का उपाय नहीं है। उन्होंने कहा कि कैसे लॉकडाउन को धीरे-धीरे खत्म करें, उसका सल्यूशन ढूंढना है। जिसके लिए उन्होंने तीन अहम बातों का जिक्र किया है।
ICMR के महानिदेशक ने कहा कि, जहां धीरे-धीरे लॉकडाउन खोला जा रहा है, उस जिले में पिछले सात दिनों में टेस्ट पॉजिटिविटी रेट 5 फीसदी से कम होना चाहिए। साथ ही 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों और 45 साल से ज्यादा उम्र के उन लोगों में से जिन्हें कोई दूसरी गंभीर बीमारी है, 70 पर्सेंट से अधिक लोगों को वैक्सीन लगी होनी चाहिए। इसके अलावा कम्युनिटी को भी अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। उन्होंने कहा कि पूरे देश में दिसंबर तक वैक्सीनेशन हो जाने की उम्मीद है।
दिसंबर तक देश में लग जाएगी सबको वैक्सीन
वैक्सीनेशन को लेकर उन्होंने लोगों को धीरज रखने के लिए कहा। डॉ. भार्गव ने कहा कि भारत दुनिया के उन पांच देशों में से एक है जो वैक्सीन का उत्पादन कर रहे हैं। अमेरिका में वैक्सीन की जितनी डोज दी गईं इतनी हमारे देश में भी दी गईं। लेकन, हमारी आबादी अमेरिका से चार गुना है। बता दें कि, अबतक भारत में 20 करोड़ से भी ज्यादा लोगों को वैक्सीन दी जा चुकी है और इससे थोड़ी ज्यादा अमेरिका में दी गई है। उन्होंने कहा कि, जुलाई-अगस्त तक हमारे पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन होगी। हमारा मकसद दिसंबर तक सबको वैक्सीन देने का है और वह हम देंगे। बताते दें केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन को लेकर तैयारी जोरों पर कर रही है। जुलाई और अगस्त से एक दिन में 1 करोड़ लोगों को वैक्सीन लगने लगेगी।
अबतक 21 करोड़ से भी ज्यादा लोगों को लग चुकी है वैक्सीन
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में अब तक कोविड-19 वैक्सीन की 21.58 करोड़ से ज्यादा डोज लगाई जा चुकी हैं। उसके अनुसार, सोमवार को 18-44 साल आयु वर्ग के 12,23,596 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज दी गई। जबकि 13,402 को दूसरी डोज दी गई। देश में वैक्सीनेशन के तीसरे चरण की शुरुआत से अब तक 2,02,10,889 लोगों को कोविड-19 वैक्सीन की पहली डोज मिली है।