पूर्वी उत्तर प्रदेश के माफिया मुख्तार अंसारी को पंजाब पुलिस की हिरासत से यूपी पुलिस की हिरासत में लेने के लिए प्रयागराज के जोनल आईजी प्रशांत कुमार रोपड़ पहुंच चुके हैं। उनके साथ यूपी पुलिस के 100 स्पेशल कमाण्डो और अन्य पुलिस कर्मी भी गए हैं। जिनमें एक डीआईजी, दो एसपी, और चार डीएसपी और आठ इंस्पैक्टर स्तर के अधिकारी शामिल हैं। इतनी लंबी फौज के साथ जेल अधिकारी, डॉकटरों की टीम जीपीएस से युक्त बज्र वाहन भी होगा। मुख्तार अंसारी को वापस लाने वाले काफिले की निगरानी सैटेलाईट से रखी जाएगी। यानी यूपी के पुलिस मुख्यालय में मुख्तार को लाने वाले वाहन के पल-पल की निगरानी होगी।
ध्यान रहे, पंजाब सरकार के नियमों के मुताबिक किसी भी अपराधी को दूसरे प्रदेश की हिरासत जेल के गेट पर दी जाती है। जेल के गेट के बाहर की सुरक्षा की सारी जिम्मेदारी और व्यवस्थाएं दूसरे प्रदेश यानी उत्तर प्रदेश की पुलिस को ही करनी होती हैं। इस बात को ध्यान में रखकर भी इंतजाम किए गये हैं।
पंजाब के गृह विभाग ने उत्तर प्रदेश सरकार से कहा है कि वह मुख्तार अंसारी की हिरासत 8 अप्रैल तक जेल से ले लें। मुख्तार अंसारी जनवरी 2019 से कथित उगाही के मामले में पंजाब की जेल में बंद हैं। वह उत्तर प्रदेश में कई मामलों में वांडेट हैं। यूपी के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) को लिखे पत्र में पंजाब के गृह विभाग ने मुख्तार अंसारी के स्थानांतरण के लिए उपयुक्त इंतजाम कराने को कहा है। पत्र में कहा गया है कि जिला जेल में कैदी को 8 अप्रैल को या इससे पहले उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपा जाएगा।
चिट्ठी में ये भी कहा गया कि मुख्तार अंसारी को कई बीमारियां भी हैं और जेल से उत्तर प्रदेश की जेल ले जाने का प्रबंध करने के दौरान इसका ध्यान रखा जाना चाहिए। पंजाब सरकार ने 26 मार्च के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला दिया है, जिसमें राज्य सरकार को निर्देश दिया गया है कि दो हफ्ते में उत्तर प्रदेश के मऊ से विधायक को बांदा जेल में ट्रांसफर किया जाए। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मुख्तार अंसारी हत्या की कोशिश, हत्या, धोखाधड़ी और साजिश के विभिन्न अपराधों में कथित रूप से शामिल है। उनके खिलाफ गैंगस्टर अधिनियम के तहत भी उत्तर प्रदेश में मामले दर्ज हैं।
इधर, बांदा जेल में मुख्तार अंसारी को रखे जाने के लिए सारे इंतजाम पुख्ता किए जा चुके हैं। जेल में इस बात के भी इंतजाम किए गए हैं कि बाहर का कोई भी व्यक्ति अनाधिकृत तरीके से मुख्तार अंसारी से न मिल सके।