देश में कोरोना के मामले सबसे ज्यादा महाराष्ट्र से आ रहे हैं। इसको देखते हुए ठाकरे सरकार कुछ समय के लिए लॉकडाउन (Lockdown latest news) लगाने पर विचार कर रही है। हालांकि शिवसेना समर्थित पार्टी एनसीपी ने इसका विरोध किया है। वहीं बीजेपी ने भी लॉकडाउन के खिलाफ है। बीते दिनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसके संकेत दिए थे, लेकिन अब पूर्ण लॉकडाउन के खिलाफ आवाज़ भी उठ रही हैं।
महाराष्ट्र के मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि राज्य में लॉकडाउन नहीं कर सकते हैं और उन्होंने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से अन्य विकल्पों पर विचार करने को कहा है। उन्होंने कहा, 'प्रशासन को लॉकडाउन के लिए रोडमैप तैयार करने का निर्देश दिया है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि लॉकडाउन अपरिहार्य है। यदि लोग नियमों का पालन करते हैं। तो इसे टाला जा सकता है।' सिर्फ सरकार में शामिल एनसीपी ही नहीं बल्कि विपक्षी पार्टी बीजेपी भी संपूर्ण लॉकडाउन का विरोध कर रही है। महाराष्ट्र बीजेपी के प्रमुख चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि कोरोना संकट को रोकने के लिए अब लॉकडाउन कोई उपाय नहीं है। उन्होंने कहा कि सिर्फ बीजेपी नहीं बल्कि हर आम आदमी, व्यापारी ऐसे किसी फैसले का का विरोध करेगा।
देश में इस वक्त जितने भी कोरोना के केस आ रहे हैं, उनमें आधे से अधिक महाराष्ट्र से ही आ रहे हैं। बीते दिन महाराष्ट्र में 31 हजार से अधिक कोरोना के मामले आए। टास्क फोर्स के डॉक्टरों ने यह भी बताया कि संक्रमण में वृद्धि होने से मौतों की संख्या में भी वृद्धि हो सकती है। विशेष रूप से समय पर टेस्ट न करवाने और अस्पताल में भर्ती होने में देरी और आइसोलेशन और क्वारंटीन के नियमों का पालन न करने पर मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है। बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट निर्देश दिया कि हम पूरी कोशिश कर रहे हैं कि कोरोना वायरस से अर्थव्यवस्था को खराब होने बचाएं, लेकिन ऐसे कई कारक अभी भी हैं, जो जारी दिशा-निर्देशों का न तो ठीक से पालन कर रहे हैं और न ही इसे गंभीरता से ले रहे हैं। निजी कार्यालयों से अभी भी उपस्थिति नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है।