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महाराष्ट्र में जल प्रलय, बारिश ने 2 दिन में ली 136 जानें, 52 अभी भी लापता

महाराष्ट्र में जल प्रलय,

महाराष्ट्र में बारिश का कहर जारी है। पिछले दो दिनों में वहां 136 लोग बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं की भेंट चढ़ गए और कई मलबे में दबे हैं। पिछले दो दिनों में वहां 136 लोग बारिश से जुड़ी विभिन्न घटनाओं की भेंट चढ़ गए और कई मलबे के नीचे दबे हैं। धिकारियों ने यह जानकारी दी। पश्चिमी महाराष्ट्र के पुणे मंडल में भारी बारिश और नदियों के उफान पर होने के चलते 84,452 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। इनमें 40,000 से अधिक लोग कोल्हापुर जिले से हैं। अधिकारियों ने बताया कि कोल्हापुर शहर के पास पंचगंगा नदी 2019 में आई बाढ़ के स्तर से भी ऊपर बह रही है।

रायगढ़ के तलीये गांव में भूस्खलन के बाद महाराष्ट्र के मंत्री एकनाथ शिंदे (EknathShinde) ने गांव का दौरा किया। एकनाथ शिंदे ने बताया कि रायगढ़ के तलीये गांव में हुए भूस्खलन की घटना में 33 शव बरामद हुए और 52 अभी भी लापता हैं। हादसे में कुल 32 घर नष्ट हो गए हैं। शिंदे ने कहा कि मृतकों के परिवारों को 5 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्वास कार्य भी किया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि सुबह फिर से बचाव अभियान शुरू किया जाएगा।

महाराष्ट्र की मुश्किलें अभी थमती नहीं दिख रही हैं। मौसम विभाग ने जो अगले 24 घंटे का पूर्वानुमान जारी किया है, उसके मुताबिक, महारष्ट्र के पश्चिमी हिस्से में आज भी भारी बारिश देखने को मिल सकती है। महाराष्ट्र के अलावा मध्य प्रदेश, ओडिशा, तेलंगाना, कर्नाटक के तटीय इलाके, साउथ कर्नाटक के लिए भी भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।  बता दें कि शुक्रवार को रायगढ़ जिले में अत्यधिक बरसात की वजह से महाड तालुका (प्रखंड) के तलीये गांव में बड़ी दुर्घटना हुई। पहाड़ दरकने से एक पूरा का पूरा गांव तबाह हो गया। अब तक 38 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि सरकार ने अब तक 33 शव बरामद होने की पुष्टि की है।