कांग्रेस के बुरे दिन जारी हैं। पंजाब, राजस्थान के बाद एक और राज्य में पार्टी टूट की कगार पर है। अब मणिपुर कांग्रेस में भाजपा बड़ी सेंधमारी करने वाली है। मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंददास कोंथुजम ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही यह भी संभावना जताई जा रही है कि कांग्रेस के 8 विधायक बुधवार को बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
बता दें कि यह कांग्रेस के लिए बड़ा झटका इसलिए भी है, क्योंकि मणिपुर में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। गोविंददास कोंथौजम बिष्णुपुर विधानसभा क्षेत्र से लगातार छह बार कांग्रेस विधायक और एमपीसीसी के कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक थे। उन्हें पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा एमपीसीसी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। पिछले महीने भाजपा ने भी शारदा देवी को अपनी मणिपुर इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया। शारदा देवी ने सैखोम टिकेंद्र सिंह की जगह ली, जिन्होंने मई में कोरोना के कारण दम तोड़ दिया।
2017 में पहली बार बीजेपी ने मणिपुर विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। इस बार बीजेपी का दावा है कि वह 60 सीटें जीतकर सत्ता में बनी रहेगी। बीजेपी एनपीपी, एनपीएफ और 3 निर्दलीय के समर्थन से गठबंधन सरकार है। गठबंधन के पास कुल 36 विधायक हैं। हालांकि कांग्रेस 2017 के चुनावों में बीजेपी से अधिक सीटें हासिल करने में सफल रही थी। कांग्रेस ने 28 सीटें जीती थीं, वहीं बीजेपी ने 21 सीटें जीती थीं। एनपीएफ और एनपीपी ने 4-4 सीटों पर जीत हासिल की थी।