जम्मू में मानसर झील विकास योजना के उद्घाटन के अवसर पर केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रधानमंत्री कार्यालय डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि मानसर झील विकास योजना 70 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद पूरी हो रही है। इस परियोजना के लागू होने के बाद मानसर क्षेत्र में प्रति वर्ष पर्यटकों/तीर्थयात्रियों की संख्या मौजूदा 10 लाख से बढ़कर 20 लाख हो जाएगी। मानसर कायाकल्प योजना से लगभग 1.15 करोड़ मानव-दिन रोजगार सृजित होंगे और प्रति वर्ष 800 करोड़ रुपये से अधिक की आय होगी।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि उधमपुर-डोडा-कठुआ संभवतः देश का एकमात्र लोकसभा क्षेत्र है, जिस के अंतर्गत पिछले 3 वर्षों में 3 मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की गई है। उधमपुर संभवतः देश का एकमात्र जिला है, जो नमामि गंगे और गंगा सफाई परियोजना की तर्ज पर कार्य कर रहा है। नमामि गंगे और गंगा सफाई परियोजना के समान ही देविका नदी और मानसर झील के कायाकल्प और नवीकरण परियोजनाओं को शुरू किया गया है।
देविका नदी परियोजना और मानसर झील परियोजना के बारे में डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा कि इन दोनों परियोजनाओं की लागत लगभग 200 करोड़ रुपये होगी और इसके अलावा इन दोनों परियोजनाओं में कुछ अन्य समानताएं भी हैं। उदाहरण के लिए, देविका नदी को माँ गंगा की बहन भी कहा जाता है और मानसर झील का महाभारत के प्राचीन लेखों में भी उल्लेख मिलता है।
डॉ. जितेंद्र सिंह ने याद दिलाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निजी हस्तक्षेप के बाद 4 दशकों तक रुकी हुई शाहपुर कंडी सिंचाई परियोजनाएं दोबारा शुरू की गई है।
केन्द्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस मौके पर कहा कि मानसर का तीर्थयात्रा और धरोहर की दृष्टि से काफी महत्व है। इसके अलावा विशाल मानसर झील और इसके वनस्पतियों और जीवों के कारण सबसे अधिक प्राकृतिक आकर्षण का केंद्र है। उन्होंने कहा कि केंद्र ने पर्यटन क्षेत्र के लिए 706 करोड़ रुपये दिए हैं। सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर को विश्व मानचित्र में सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल बनाने के लिए बहु-आयामी दृष्टिकोण अपनाया जा रहा है।
जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल के सलाहकार बशीर अहमद खान, पर्यटन सचिव सरमद हफीज, संभागीय आयुक्त संजीव वर्मा, जम्मू के पर्यटन निदेशक आर.के. कटोच, सुरिंसर-मानसर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी-सीईओ डॉ. गुरविंदर जीत सिंह तथा जम्मू और श्रीनगर के अन्य वरिष्ठ अधिकारी वेबिनार और ई-उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए।.