भारत की सेना का लगातार शसक्तकिया जा रहा है। देश के जवानों को नए-नए हथियारों से लैस किया जा रहा है। अब इंडियन आर्मी को बैटल टैंक MK-1A दिया गया है। ये नया टैंक देश की सेना को और भी ज्यादा मजबूत बनाएगा। बात वार की हो या रफ्तार की, अर्जुन हर मामले में बेजोड़ है। भारत का आधुनिक अर्जुन को हंटर किलर भी कहा जाता है यानी कि वो हथियार जो अपने शिकार को खुद ही तलाश कर लेता है। अर्जुन टैंक को सेना में शामिल किए जाने के बाद सेना द्वारा इसके अपडेटेड वर्जन के लिए 72तरह के सुधारों की मांग की गई थी, जिसके बाद डीआरडीओ ने सेना के सुझावों को शामिल करते हुए नया ‘हंटर किलर’ टैंक अर्जुन मार्क-1ए तैयार किया।
अर्जुन मार्क-1ए’ अर्जुन टैंक का अपडेट वर्जन है और पहले के वर्जन से ज्यादा अपग्रेडेड, शक्तिशाली, घातक और विध्वंसक है। अर्जुन टैंक में कुल 71बदलाव किए गए हैं, जिनमें 40बड़े बदलाव हैं। अर्जुन मार्क-1ए आधुनिक युद्धक टैंक प्रौद्योगिकियों के साथ सुसज्जित है, जिसमें बेहतर मारक क्षमता, उच्च गतिशीलता, उत्कृष्ट सुरक्षा इत्यादि अनेक विशेषताएं हैं। स्वदेशी रूप से डिजाइन व निर्मित मुख्य युद्धक टैंक अर्जुन एमके-1ए में स्वदेशी गोला-बारूद का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
ट्रैक सिस्टम इंजन स्वदेशी है
68 टन वजनी और 58 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से दौड़ने में सक्षम इस टैंक में गन कंट्रोल सिस्टम और ट्रैक सिस्टम इंजन स्वदेशी हैं। इसमें 1200 एमएम की गन के अलावा 7।62 एमएम और ग्राउंड टार्गेट के लिए 12.7 एमएम की गन लगी है। रात में दुश्मन पर नजर रखने के लिए इसमें थर्मल इमेजिंग सिस्टम लगे हैं। इसके अलावा इसमें लगी एंटी एयरक्राफ्ट मशीनगन से जमीन से ही लड़ाकू हेलिकॉफ्टर को मार गिराया जा सकेगा। माना जा रहा है कि आने वाले समय में इस टैंक से मिसाइलें भी छोड़ी जा सकेंगी। टैंक में कमांडर, गनर, लोडर और चालक का क्रू होगा। 118 अर्जुन मार्क-1ए टैंकों की कुल दो रेजीमेंट बनेंगी और दोनों रेजीमेंट में 59-59 टैंक होंगे। सेना की दो टैंक रेजीमेंट के पुराने टैंक अर्जुन मार्क-1ए टैंकों से बदले जाएंगे।