महाराष्ट्र देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य है। कोरोना के खतरे को देखते हुए राज्य में लॉकडाउन जैसी सख्त पाबंदियां लगा दी गई हैं। सूबे के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार की शाम को सोशल मीडिया के जरिए संबोधित किया और राज्य सरकार की तरफ से लिए जा रहे फैसलों के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि आज से अगले 15 दिन तक राज्य में सभी जरूरी सेवाओं को छोड़कर बाकी सभी अन्य सेवाओं पर रोक रहेगी। उन्होंने बताया कि इस दौरान राज्य में धारा 144 लागू रहेगा।
कोरोना की शुरुआत में लगे लॉकडाउन को याद करके आज भी लोग सिहर उठते हैं। ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर के बाद लॉकडाउन की आशंका में जी रहे प्रवासी श्रमिक एक बार फिर मुंबई से पलायन करने लगे गए हैं। काम जाने और लॉकडाउन जैसे हालातों में दोबारा फंस जाने की आशंका ने प्रवासी श्रमिकों को बुरी तरह जकड़ लिया है। वह पहले लॉकडाउन जैसे हालात में दोबारा नहीं जाना चाहते। ऐसे में कंधे पर अपना सामान रखे लोग पैदल ही स्टेशनों की तरफ कूच कर रहे हैं। अपने गांव, अपने वतन जाने के लिए उन्हें जो भी साधन मिल रहा उसी के जरिए वे घरों को लौट रहे हैं।
मंगलवार को भी श्रमिकों के आने का सिलसिला जारी रहा। पुष्पक एक्सप्रेस, एलटीटी-लखनऊ सुपरफास्ट, कुशीनगर एक्सप्रेस और, एलटीटी स्पेशल, एलटीटी-गोरखपुर सुपरफास्ट सहित कई ट्रेनों में वेटिंग के पैसेंजर कोचों की गैलरी तक सफर करके लखनऊ पहुंचे। तमाम दावों के बावजूद स्टेशनों पर 25 प्रतिशत यात्रियों की भी कोरोना जांच नहीं हो सकी। कल राज्य में 60,212 नए केस दर्ज किए गए हैं। दिल्ली में भी 13,468 नए केस सामने आए और 81 लोगों की मौत हुई। वहीं पूरे देश में एक्टिव केस की संख्या 13 लाख के करीब पहुंच गई है। इस बीच देश में अब तक 11 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। ओडिशा के 30 में से 11 जिलों में कोविड-19 वैक्सीन की कमी के कारण मंगलवार को इन जिलों में वैक्सीनेशन अभियान रोक दिया गया।