Holi 2021: उत्तर प्रदेश में होली को लेकर सुरक्षा पुख्ता कर दी गई है, इसके साथ ही मस्जिदों को ढक दिया गया है ताकी किसी तरह का कोई अप्रिया घटना ना होने पाए। साथ ही मस्जिदों के बाहर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
दरअसल, जिस तरह उत्तर प्रदेश के मथुरा के बरसाना और नंदगांव की 'लट्ठमार होली' दुनिया भर में प्रसिद्ध है, उसी तरह शाहजहांपुर जिले में हर वर्ष होली के दिन 'जूता मार होली' खेली जाती है जिसकी अपनी एक अलग पहचान है। इसी के चलते यहां हर साल इलाके में करीब 40मस्जिदों को प्लास्टिक की शीट से ढक दिया जाता है ताकी होली के दिन मस्जिद पर रंग ना पड़े और कोई सांप्रदायिक विवाद ना हो। सुरक्षा के लिए मस्जिद के बाहर पुलिसक्रमियों की तैनाती की जाती है।
क्यों मनाया जाता है जूता मार होली?
शहर में लॉट साहब के 2जुलूस निकलते हैं। अंग्रेजों के प्रति अपना आक्रोश प्रकट करने के लिए यहां एक शख्स को लॉट साहब बनाकर भैंसा गाड़ी पर बैठाया जाता है और फिर उसे जूते और झाड़ू मार कर पूरे शहर में घुमाया जाता है। इस दौरान आम लोग लॉट साहब को जूते भी फेंक कर मारते हैं।
सांप्रदायकि सौहार्द ना खराब हो इसके लिए पुलिस और प्रशासन हर थाना स्तर पर पीस मीटिंग का आयोजन करता है और आपसी सहमति के बाद मस्जिदों को पूरी तरीके से ढक दिया जाता है। पुलिस अधीक्षक आनंद का कहना है कि शहर में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए भारी संख्या में पैरा मिलिट्री फोर्से, पीएसी और कई जिलों की पुलिस फोर्स बुलाई गई है जो मस्जिदों और पूरे शहर की सुरक्षा करेगी साथ ही ड्रोन के जरिए भी जुलूस पर नजर रखी जाएगी।