हिमालय अपने अजब-गजब रहस्यों से भरे हुए है। साल 1942 में नर कंकालों से भरी एक झील मिली थी। इसे आज रूपकुंड के नाम से जाना जाता है। कहा जाता है कि आज भी हिमालयों पर हिममानव रहते है। इसको लेकर हिमालयन एक्सप्लोरर देवांग थपलियाल से जब पूछा गया कि क्या उत्तराखंड में हिममानव है, तो जानिए उन्होंने क्या कहा। इस सवाल के जवाब में देवांग ने एक इंटरव्यू में कहा कि हिम मानव के बारे जो भी मैं जानता हूं, वो मैंने पढ़ा है, मैंने सुना नहीं है। जो बुजुर्ग लोग है, उन्होंने आजतक मुझे हिम मानव के बारे में कुछ नहीं बताया और न ही उन्होंने कही सुना।
देवांग थपलियाल ने आगे कहा- 'जहां तरलीकरण खत्म हो जाती है, वो ज्यादातर उत्तराखड़, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर में 10 हजार फिट, 11 हजार फिट के ऊपर नहीं होगा और होगा तो ट्रांस हिमालय में होगा। आखिर में उन्होंने कहा कि हां हिम मानव अभी भी है।' आपको बता दें कि हाल में भारतीय सेना ने हिमालय में हिममानव की मौजूदगी का दावा किया था। भारतीय सेना ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कुछ फोटो शेयर की थी, जिसमें बर्फ के बीच बड़े-बड़े पांव के निशान देखे जा सकते है।
For the first time, an #IndianArmy Moutaineering Expedition Team has sited Mysterious Footprints of mythical beast 'Yeti' measuring 32×15 inches close to Makalu Base Camp on 09 April 2019. This elusive snowman has only been sighted at Makalu-Barun National Park in the past. pic.twitter.com/AMD4MYIgV7
— ADG PI – INDIAN ARMY (@adgpi) April 29, 2019
इन निशानों को हिममानव का माना जा रहा है। सेना की तरफ से जारी ट्वीट में कहा गया है- 'पहली बार भारतीय सेना की पर्वतारोहण टीम ने 9 अप्रैल 2019 को मकालू बेस कैंप के नजदीक 32×15 इंच वाले हिममानव के रहस्यमय पैरों के निशान देखे है।' कहा जाता है कि येति का रहस्य करीब 900 साल पुराना है। येति के आकार, आकृति को लेकर अलग-अलग किस्से और कहानियां हैं, लेकिन असल में किसी को नहीं पता कि ये है कैसे?लद्दाख में कुछ बौद्ध मठों ने हिममानव येति को देखने के दावे किए थे।
इसके अलावा नेपाल और तिब्बत के हिमालय में इसे देखे जाने का दावा किया जा चुका है। येति के बारे में कहा जाता है कि यह विशाल वानर जैसा होता है, जिसके पूरे शरीर में बाल होते हैं और जो बंदर की तरह दिखता है लेकिन इंसानों की तरह दो पैरों पर चल सकता है। येति के बारे में प्रचलित है कि यह हिमालय की गुफाओं और कंदराओं में रहता है। सबसे पहले हिममानव के बारे जानकारी 1832 को मिली थी। पर्वतारोही बीएच होजशन ने येति के बारे में जानकारी दी थी।
उन्होंने बताया था कि जब वो हिमालय में ट्रेकिंग कर रहे थे तब उनके गाइड ने एक विशालकाय प्राणी को देखा। जो इंसानों की तरह दो पैरों पर चल रहा था। जिसके शरीर पर घने लंबे बाल थे। लेकिन पर्वतारोही बीएच होजशन खुद उस प्राणी को नहीं देखा था। लेकिन उन्होंने इस घटना का जिक्र करते हुए उस जीव को येति नाम दिया था। इस तरह की कई सबूत सामने आए हैं।