मध्य प्रदेश के विदिशा में बड़ा हादसा हो गया है। लाल पठार गांव में एक कुएं में बच्चे के गिरने के बाद उसे निकालने पहुंचे लोगों की भीड़ की वजह से कुआं धंस गया, जिसके चलते 30 से ज्यादा लोग अंदर जा गिरे। इस हादसे में 3 लोगों की मौत हो गई है वहीं 11 लोग अब भी लापता हैं। अब तक 16 लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। बचाव कार्य मध्यरात्रि के बाद भी जारी है। घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने के निर्देश दिए गये हैं। हालांकि, अब तक यह पता नहीं चल पाया है कि कुल कितने लोग इस मलबे में दबे हैं। यह कुआं करीब 50 फुट गहरा है और इसमें करीब 20 फुट तक पानी बताया गया है।
इस हादसे पर सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh) ने दुख जताया है। उन्होंने कहा कि गंजबासौदा में हुई दुर्घटना में लोगों के निधन की दुःखद खबर मिली। उनके शव निकाले जा चुके हैं। सीएम ने सभी मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि राहत और बचाव कार्य अभी जारी है। वह लगातार इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं।
गंजबासौदा में हुई दुर्घटना में अब तक दो लोगों के निधन की दुःखद सूचना मिली है, उनके शव निकाले जा चुके हैं। मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ और ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ कि वे दिवंगत आत्माओं को शांति दें। बचावकार्य अभी जारी है, मैं लगातार मॉनिटरिंग कर रहा हूँ।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 15, 2021
दरअसल, गंजबासौदा के लाल पठार गांव में शाम 6:00 बजे 14 साल का लड़का एक कुएं में गिर गया था। तकरीबन 30 फीट गहरे कुएं में 10 से 15 फीट तक पानी था। बच्चे के गिरने के बाद लोगों की भीड़ उसे बचाने के लिए कुएं के आस-पास पहुंच गई। कुएं को ऊपर सीमेंटेड स्लैब से ढका गया था। लोगों की भीड़ के वजन से अचानक स्लैब टूट गया और कुआं धंस गया। इसके चलते 30 से ज्यादा लोग कुएं में गिर गए। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन के तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे जेसीबी समेत अन्य मशीनों के जरिए राहत और बचाव कार्य शुरू किया। उधर, रात तकरीबन 11 बजे राहत कार्य में लगा एक ट्रैक्टर भी जमीन के धंसने से गिर गया।
ग्रामीणों के मुताबिक गुरुवार देर शाम एक बच्ची खेलते समय कुएं में गिर गई थी। इस हादसे की खबर पूरे गांव में फैलते ही कुएं के आसपास भारी भीड़ जमा हो गई। भोपाल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, साई मनोहर ने कहा कि बच्ची को बचाने की कोशिश के दौरान ही भीड़ की वजह से कुएं की बाउंड्री अचानक टूट गई और 40 लोग 40 फीट गहरे कुएं में जा गिरे।
पुलिस अधिकारी का कहना है कि इस हादसे के बाद आठ साल की बच्ची और बाकी बचे 17 लोगों की स्थिति के बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह बात साफ नहीं है कि दीवार गिरने और बड़ी संख्या में लोगों के गिरने की वजह से बच्ची को चोट लगी है या नहीं। पुलिस अधिकारी ने कहा कि काफी लोगों को बाहर निकाला जा चुका है। लेकिन अब भी कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है।