शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी की सुप्रीम कोर्ट में याचिका के खिलाफ मुस्लिम समुदाय की ओर धमकी और धरनेबाजियां लगातार जारी हैं। वसीम रिजवी के खिलाफ आग उगलने वाले मौलानाओं ने कहा है कि आतंक को समर्थन देने वाली 26 आयतों को कुरान से निकालने की याचिका के खिलाफ विरोध व्यक्त करेंगे। इसके लिए उन्होंन 19 मार्च को लखनऊ की जामा मस्जिद में इकट्ठा होने का आह्वान किया है।
वसीम रिज्वी ने सुप्रीम कोर्ट में एक पीआईएल दाखिल की है। इस पीआईएल में कहा गया है कि कुरान में कुछ आयतें बाद में जोड़ी गई हैं। बाद में जोड़ी गई इन्हीं आयतों से इस्लाम को आतंकवाद से जोड़ती हैं। वसीम रिज्वी ने ऐसी कुल आयतों की संख्या 26 बताई है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया है कि कुरान से इन 26 विवादित आयतों को बाहर निकालने के आदेश दे।
रिजवी की इस याचिका के बाद मुस्लिम नेताओं ने वसीम रिज्वी को धमकियां देना शुरू कर दिया है। एक मुस्लिम संगठन के अध्यक्ष हसनैन जाफरी डंपी ने कानून को ठेका दिखाते हुए वसीम रिजवी का सिर काटकर लाने वाले को 20हजार रुपये इनाम देने का ऐलान कर दिया है। इस पर कुछ मुस्लिम बुद्धिजीवियों का कहना है कि वसीम रिज्वी ने अभी पीआईएल लगाई है। कोई फैसला नहीं हो गया है। इसके अलावा अगर वसीम रिज्वी का विरोध करने के तरीके अलग हो सकते हैं लेकिन गालियां देना, कानून हाथ में लेना या सिर काटने पर ईनाम का ऐलान करना भी इस्लाम के खिलाफ है।