मुस्लिम आक्रांता और सोमनाथ के लुटेरे गजनबी की शान में कसीदे पढ़ते हुए एक मौलाना का वीडियो जैसे ही वायरल हुआ वैसे ही गुजरात की पुलिस हरकत में आई मौलाना के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। अब इस मौलाना ने गिरफ्तारी से बचने और पुलिस की 'मेहमान नवाजी' से बचने के लिए एक और वीडियो जारी किया है। इस वीडियो में भी वो सीधे-सीधे अपनी गलती कबूल नहीं कर रहा है बल्कि यह कह रहा है कि उसने इतिहास बताने की कोशिश की थी। और उसके वीडियो को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। फिर भी किसी को उसके बयान से ठेस पहुंची है तो दिल की गहराइयों से माफी मांगता है।
पहले वाले वीडियो में मौलाना ने कह रहा है, ‘ये सोमनाथ मंदिर है, जिसे महमूद गजनवी की तारीख जो आप पढ़ते हैं हजरात और पढ़नी चाहिए हमें, मोहम्मद इबने-कासिम, अल्लाह का शुक्र है कि मुसलमानों की जो तारीख है, वो रोशन तारीख है, हमें किसी भी अतीबार से न दबने की, न झुकने की किसी भी अतीबार से नहीं है। अल्हम्दुलिल्लाह, हमारे असलाफ ने बड़े नुमाया कारनामे अंजाम दिए थे। हमें चाहिए कि हम उन कारनामों को खुद भी पढ़ें और दूसरों को भी उसको पढ़ाएं और दिखाएं कि हमारे कारनामे, अल्हम्दुलिल्लाह रोशन बाब के अंदर लिखे हुए हैं।’
मौलाना सोमनाथ मंदिर की ओर इशारा करके कहता है अब जरूरत है कि जो नसल इस वक्त में जो नसल-ए-नौह चल रही है ये भी अपने असलाफ की, अपने आबो अवदाद की, वो तारीखी कारनामे, जिस तरीके से मोहम्मद इबने-कासिम ने दरिया को पार किया और पूरे हिंदुस्तान को फतह किया और इसी तरह महमूद गजनवी ने बड़ा काम किया है। तो अल्लाह के अहसान है कि तमाम के तमाम अल्लाह के वली थे इसमें कोई शक नहीं है। आज की तारीख उन्हें भले ही चोर और डाकू कहे या इसी तरीके से जो भी कुछ कहती रहे लेकिन हमेशा तारीख ने उन्हीं को मुंसिफ और इसी तरीके से इंसाफ पसंद और दीन की इशाद करने वाला, इस्लाम की इशाद करने वाला पाया है।
सोमनाथ मंदिर मामले में महमूद गज़नी की तारीफ करने वाला वीडियो वायरल करने वाले मौलाना ने #FIR दर्ज होने के बाद अब माफी मांगी, कहा मै तो सोमनाथ का इतिहास बता रहा था @indiatvnews
Pl note the original video is also quoted with this tweet was it yourself @GujaratPolice @Somnath_Temple https://t.co/aFk1m6Bazm pic.twitter.com/CkdJzSh53P— Nirnay Kapoor (@nirnaykapoor) March 16, 2021
‘ये सामने आप सोमनाथ का मंदिर देख रहे हैं। यहां से तकरीबन आधा किलोमीटर दूर है। अभी हम वहां भी गए थे। अलहमदुल्लिहा हमारे असलाफ की, हमारे आवोहवदाद की रोशन तारीख है। आप हजरात उस तारीख को देखिए पढ़िए और वो मिसरा याद किजिए कि "जो कौम अपनी तारीख को मिटा देती है, तारीख भी उस कौम को सोफा-ए-हस्ती से मिटा देती है"। तो जरूरत है कि नौजवान तबका खुसूसन अपनी तारीख को पढ़े, अपनी तारीख को देखे, अपने आबाओ-हजदाद के वो अजीम कारनामे, जो वो इस सरजमीन-ए-हिंदुस्तान के ऊपर कर के गए हैं दिखा के गए हैं और आने वाली कौम के लिए मसाल-ए-राह हैं तो हमें चाहिए कि हम जरूर उन चीजों को पढ़ें, उन चीजों को देखें। (निर्णय कपूर के ट्विटर वॉल Nirnay Kapoor @nirnaykapoor से साभार)
इन दोनों वीडियो को देख व सुनकर किसी भारतीय का खून खौल उठेगा। उसकी भड़काऊ भाषा से एक वर्ग के युवा उकसावे में आ सकते हैं। गुजरात पुलिस दोनो ही वीडियो की जांच के बाद कार्रवाई करने जा रही है।