बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के पुराने वीडियो को ट्वीट करते हुए बड़ा हमला बोला है। जेपी नड्डा ने कहा है कि राहुल गांधी किसान बिलों का विरोध नहीं केवल पीएम नरेंद्र मोदी का विरोध कर रहे हैं। 7 मई 2015 को राहुल गांधी ने लोकसभा में कॉन्ट्रेक्ट खेती का समर्थन किया था।
बीजेपी अध्यक्ष ने ट्विटर पर जो वीडियो शेयर किया, उसमें राहुल गांधी लोकसभा में खड़े दिख रहे हैं। यह वीडियो 16वीं लोकसभा में राहुल के एक वक्तव्य का है जब सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष हुआ करती थीं। तब राहुल गांधी उत्तर प्रदेश के अमेठी से सांसद थे। वीडियो में उन्हें अपने लोकसभा क्षेत्र के एक किसान से हुई बातचीत का जिक्र करते हुए सुना जा सकता है। इस वीडियो राहुल बता रहे हैं कि कैसे एक किसान ने उन्हें बताया कि कैसे बिचौलियो उनकी आमदनी को बट्टा लगा जाते हैं।
ये क्या जादू हो रहा है राहुल जी?
पहले आप जिस चीज़ की वकालत कर रहे थे, अब उसका ही विरोध कर रहे है।
देश हित, किसान हित से आपका कुछ
लेना-देना नही है।आपको सिर्फ़ राजनीति करनी है।लेकिन आपका दुर्भाग्य है कि अब आपका पाखंड नही चलेगा। देश की जनता और किसान आपका दोहरा चरित्र जान चुके है। pic.twitter.com/Uu2mDfBuIT— Jagat Prakash Nadda (Modi Ka Parivar) (@JPNadda) December 27, 2020
नड्डा ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा है, "ये क्या जादू हो रहा है राहुल जी? पहले आप जिस चीज की वकालत कर रहे थे, अब उसका ही विरोध कर रहे हैं।" नड्डा ने राहुल गांधी पर किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर राजनीति करने का आरोप लगाया है और दावा किया है कि अब इस तरह पाखंड का भांडाफोड़ होकर रहेगा। नड्डा ने आगे लिखा, "देश हित, किसान हित से आपका कुछ लेना-देना नहीं है। आपको सिर्फ राजनीति करनी है। लेकिन आपका दुर्भाग्य है कि अब आपका पाखंड नहीं चलेगा।" बीजेपी अध्यक्ष ने आगे कहा, "देश की जनता और किसान आपका दोहरा चरित्र जान चुके हैं।"
इससे पहले नड्डा ने कांग्रेस अध्यक्ष और राहुल गांधी का मां सोनिया गांधी का भी एक वीडियो शेयर किया था। उन्होंने 24 दिसंबर को एक रैली में सोनिया के संबोधन का वीडियो ट्वीट किया था। उस वीडियो में सोनिया गांधी को भी किसानों को बिचौलियों के चंगुल से मुक्ति दिलाने की बात करती सुनी जा सकती हैं।
किसान संगठन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के साथ पिछले एक महीने से आंदोलन कर रहे हैं जिनमें ज्यादातर पंजाब और हरियाणा से हैं। कांग्रेस ने भी इन किसानों का समर्थन करते हुए तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग की है। राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने इसी मांग को लेकर राष्ट्रपति को एक ज्ञापन भी सौंपा।
.