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मोदी कैबिनेट में शामिल होगी JDU! नीतीश कुमार दिल्‍ली रवाना? जान लें वायरल हो रहे मैसेज की सच्चाई

मोदी कैबिनेट में शामिल होगी JDU!

केंद्र सरकार में मंत्रिमंडल का विस्तार होना है। जिसे लेकर बिहार में सियासी चर्चा शुरू हो गई है। मोदी कैबिनेट में जेडीयू शामिल होगी? इन सवालों के जवाब तो पार्टी के नेता ही दें सकते हैं। पर नीतीश कुमार का दिल्ली दौरा ये संकेत दे रहा कि कुछ न कुछ बात तो चल रही है। नीतीश कुमार आज बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से दिल्ली में मुलाकात भी कर सकते हैं।

बता दें कि साल 2019 में मोदी सरकार के गठन के दौरान जेडीयू को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होने का ऑफर बीजेपी ने दिया था, लेकिन उस समय महज एक मंत्री पद जेडीयू को दिया जा रहा था। जेडीयू बीजेपी के इस प्रस्ताव को स्वीकार करती तो जेडीयू के ललन सिंह और आरसीपी सिंह में से किसी एक को ही जगह मिलती।  ऐसे में नीतीश कुमार दोनों में से किसी को भी नाराज नही करना चाहते थे। यही वजह थी कि उन्होंने एक मंत्री पद का ऑफर लेने से इनकार कर दिया था। 

वहीं, अब दो साल के बाद जेडीयू मोदी कैबिनेट में शामिल होने के राजी हो गई है। जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि मोदी कैबिनेट विस्तार में हमारी पार्टी शामिल होने को तैयार है। सूत्रों की माने तो मंत्रिमंडल के संभावित विस्तार में जेडीयू को दो मंत्री पद मिल सकता है। ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दिल्ली दौरा काफी अहम  माना जा रहा है।

हालांकि ललन सिंह ने कहा कि जहां तक मेरी जानकारी है कि सीएम नीतीश कुमार निजी यात्रा पर दिल्ली जा रहे हैं। सम्‍भवत: वह अपनी अपनी आंखों के इलाज के लिए दिल्ली जा रहे हैं। इस यात्रा का केंद्रीय मंत्रिमंडल के विस्तार से कोई लेना-देना नहीं है। जेडीयू सांसद ने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्‍तार पीएम नरेंद्र मोदी का विशेषाधिकार है। इसमें किसी का कोई हस्तक्षेप नहीं हो सकता है। जब प्रधानमंत्री को लगेगा तभी मंत्रिमंडल का विस्तार होगा।

जेडीयू सांसद ने कहा कि सीएम नीतीश की दिल्‍ली यात्रा को लेकर लगाई जा रही अटकलबाजी में कोई दम नहीं है। केंद्रीय मंत्रिमंडल विस्तार और जेडीयू को उसमें शामिल कराने के लिए सीएम के जाने जैसी बातें सिर्फ अटकलबाजी हैं। वास्‍तव में इस तरह की कोई बात नहीं है। यह पूरी तरह से भ्रामक है। सीएम की दिल्‍ली यात्रा को मंत्रिमंडल के विस्तार से जोड़कर देखने में कोई तथ्‍य नहीं है। उन्‍होंने कहा कि मंत्रिमंडल का विस्‍तार तो पूरी तरह से प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है। वह किसे शामिल करेंगे और किसे नहीं करेंगे यह उनका विषय है।