मोदी सरकार लेवर कोड को लागू करने की तैयारी में है। अगर ये लागू होता है तो हफ्ते में सिर्फ चार दिन ही काम करने होंगे। इस नए कानून के लागू होने से पीएफ बैलेंस भी बढ़ेगा। हालांकि इस नियम के लागू होने के बाद कर्मचारियों को को सप्ताह में 48 घंटे काम करना होगा। नए नियम से फायदा यह होगा कि कर्मचारियों को सप्ताह में 3 तीन दिन छुट्टी मिलेगी। लेकिन उन्हें एक दिन में 12 घंटे काम करना होगा।
इस मॉडल को माइक्रोसॉफ्ट ने 2019 में अपने जापान ऑफिस में प्रयोग के तौर पर हफ्ते में चार दिन काम और तीन दिन छुट्टी देनी शुरू की। फ्रांस की कुछ कंपनियों ने भी इस मॉडल को अपनाया। न्यूजीलैंड की कंपनी परपेचुअल गार्डियन भी हफ्ते में चार दिन काम का प्रयोग कर रही है। अब यही मॉडल जल्द ही भारत में लाया जाने वाला है। श्रम एवं रोजगार मंत्रालय के सचिव अपूर्वा चंद्रा ने सोमवार को इस बारे में जानकारी दी।
अपूर्वा चंद्रा ने कहा ने कहा कि हम कर्मचारियों पर दबाव नहीं डाल रहे हैं कि वे चाहे एक दिन में 12 घंटे काम करें और सप्ताह में तीन दिन की छुट्टी लें। नए नियम लागू होने के बाद भी कर्मचारियों के पास दोनों विकल्प मौजूद रहेंगे। अगर कोई कर्मचारी पुराने नियम के तहत काम कर करने को राजी है तो वह ऐसा कर सकता है। हमने यह फैसला इसलिए लिया है, ताकि कर्मचारियों को छुट्टी में सहूलियत मिल सके।
इस नए लेवर लॉ के लागू होने के बाद सैलरी स्ट्रक्चर में भी बदलाव आएगा। कानून के माने तो कर्मचारियों की बेसिक सैलरी 50 प्रतिशत से अधिक होनी चाहिए। ऐसा होने पर पीएफ बढ़ जाएगा।