भारत की राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इस्लामिक स्टेट (आईएस) से जुड़े दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में एक व्यापार विश्लेषक और एक चावल व्यापारी है। इन्होंने समूह के सदस्यों के रेडिकलाइजेशन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और दान और स्वयं के माध्यम से धन की व्यवस्था की, ताकि बेंगलुरू के युवाओं को इस्लामिक स्टेट में शामिल होने के लिए सीरिया भेजा जा सके। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि उन्होंने तमिलनाडु के रमानाथपुरम के निवासी अहमद अब्दुल कादर और बेंगलुरू के निवासी इरफान नासिर को गिरफ्तार किया है। प्रवक्ता ने बताया कि उनके आवासीय परिसर की तलाशी के बाद बेंगलुरू स्थित आईएसआईएस मॉड्यूल मामले में बुधवार को इनकी गिरफ्तारी की गई है। अधिकारी ने कहा कि अहमद चेन्नई में एक बैंक में एक व्यापार विश्लेषक है और नासिर बेंगलुरू में एक चावल व्यापारी है।
आईएस खोरासन प्रांत मामले की जांच के दौरान बेंगलुरू स्थित आईएस मॉड्यूल के बारे में कुछ चौंकाने वाले तथ्य सामने आने के बाद एनआईए ने पिछले साल 19 सितंबर को मामला दर्ज किया था। अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मामले में बेंगलुरू के अब्दुर रहमान को गिरफ्तार किया था।
प्रवक्ता ने कहा, "उनसे पूछताछ के दौरान उनके सहयोगियों के नाम सामने आए, जिन्होंने 2013-2014 में आईएसआईएस में शामिल होने के लिए सीरिया की यात्रा की थी। आगे की जांच में एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ, जिसमें यह पता चला कि आरोपी अब्दुल कादर, नासिर और उनके सहयोगी हिज्ब-उत-तहरीर के सदस्य थे। उन्होंने 'कुरान सर्कल' नामक एक समूह का गठन किया था, जिसने बेंगलुरू में भोले-भाले मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाया और आईएसआईएस आतंकवादियों की सहायता के लिए सीरिया के संघर्षरत क्षेत्र में उनकी यात्रा का खर्चा उठाया।"
अधिकारी ने कहा कि खुलासे के आधार पर एनआईए ने इस साल 19 सितंबर को आईपीसी की कई धाराओं के तहत एक नया मामला दर्ज किया, जिसमें आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस-आईएसआईएल-दाहेश के साथ संबंध रखने के आरोप भी शामिल हैं। इसके अलावा इन पर गैरकानूनी गतिविधियां प्रतिबंध अधिनियम के साथ ही बेंगलुरू के मुस्लिम युवाओं को कट्टरपंथी बनाकर आईएसआईएस में शामिल करने के लिए सीरिया में यात्रा करने के लिए धन जुटाने का भी आरोप लगाया गया।
अधिकारी ने कहा, "कादर, नासिर और उनके साथियों ने समूह के सदस्यों के कट्टरपंथीकरण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आईएसआईएस में शामिल होने के लिए रहमान और बेंगलुरू के अन्य मुस्लिम युवाओं की यात्रा के लिए दान और खुद के स्रोतों के माध्यम से धन की व्यवस्था की।"
अधिकारी ने बताया कि सीरिया में पहुंचे इस तरह के दो युवा मारे जा चुके हैं। अधिकारी ने यह भी कहा कि बुधवार को बेंगलुरू के गुरुपना पालया और फ्रेजर टाउन में कादर और नासिर के परिसरों में तलाशी ली गई। खोजबीन के दौरान कुछ सामग्री और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को जब्त कर लिया गया है। दोनों को विशेष एनआईए अदालत, बेंगलुरू के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें 10 दिन की एनआईए हिरासत में भेज दिया है।.