केरल से हर दिन हजारों की संख्या में कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं। इस बीच निपाह वायरस ने चिंता बढ़ा दी हैं। राज्य के कोझीकोड जिले में निपाह वायरस के मामला सामने आए हैं। निपाह वायरस से एक 12 साल के बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया हैं। इसको लेकर राज्य के स्वास्थय मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया कि कोझीकोड जिले में एक बच्चे में निपाह वायरस के लक्षण मिलने के बाद उसे इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई।
निपाह वायरस क्या है?
निपाह वायरस जानवरों से इंसानों में फैलती है। ये वायरस सिर्फ उन्हीं जानवरों के जरिए इसानों में आती है जिनमें रीढ़ की हड्डी और कंकाल होते हैं। इसके अलावा इस वायरस के इंसान से इंसान में फैलने के भी कुछ केस मिले हैं।
निपाह वायरस कैसे फैलता है ?
निपाह वायरस संक्रमित सूअरों या फल खाने वाले चमगादड़ों द्वारा फैलता है। लार, पेशाब या मल के जरिए ये फैलता है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, बांग्लादेश और भारत में ये वायरस आमतौर पर फलों या फलों के उत्पादों का सेवन करने से फैलता है। ये वो फल होते हैं चमगादड़ों के यूरिन या लार से दूषित होते है। संक्रमण का सबसे बड़ा कारण यही है।
निपाह वायरस के लक्षण क्या हैं?
लोगों में शुरू में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, उल्टी और गले में खराश जैसे लक्षण विकसित होते हैं।
इसके बाद चक्कर आना और एन्सेफलाइटिस भी हो सकता है।
कुछ लोग असामान्य निमोनिया और गंभीर श्वसन समस्याओं का भी अनुभव कर सकते हैं।
गंभीर मामलों में एन्सेफलाइटिस और दौरे पड़ते हैं।
मरीज 24 से 48 घंटों के भीतर कोमा में चले जाते हैं।
ये वायरस 4 से 14 दिनों तक एक्टिव रहता है।
निपाह वायस कोई दवाई और वैक्सीन है?
डब्ल्यूएचओ के अनुसार फिलहाल निपाह वायरस के संक्रमण से लड़ने के लिए कोई दवा या टीके नहीं हैं। कोरोना की तरह ही यहां मरीजों को अच्छे देखभाल की जरूरत पड़ती है।