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कुंभ मेले में कोरोना के एक साथ कई धमाके, कई बड़े संत-महंत एक साथ गिरे, कुंभ मेला बीच में ही खत्म करने का ऐलान

kumbh mela haridwar

कोरोना का प्रकोप पूरे देश में है। बढ़ते संक्रमण के बीच उत्तराखंड के हरिद्वार में कुंभ मेला जारी है। इस बीच निरंजनी अखाड़ा के सचिव रविंद्र पुरी ने कुंभ मेले के समापन की घोषणा कर दी है। निरंजनी अखाड़े के सचिव रवींद्र पुरी ने कहा, 'कोरोना के कारण बिगड़ते हालात के मद्देनजर कुंभ मेला हमारे लिए खत्म हुआ। मुख्य शाही स्नान संपन्न हो गया है और अखाड़ों में कई लोगों में कोरोना के लक्षण दिखे हैं।' बता दें कि कुंभ मेले को 14 दिन बीत गए हैं और इस दौरान 2500 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, 1 से 31 मार्च तक कोरोना संक्रमण के हरिद्वार में औसतन 10 से 20 मामले आ रहे थे लेकिन 1 अप्रैल से इन मामलों का आंकड़ा प्रतिदिन 500 पार कर गया है। सैकड़ों साधु-संत भी कोरोना की चपेट में आ गए हैं।

दरअसल, हरिद्वार कुंभ मेला क्षेत्र में 10 से 14 अप्रैल के बीच 1700 से अधिक लोग कोरोना वायरस संक्रमित पाए गए हैं। अब यह आशंका जताई जा रही है कि विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक जमावड़ा कोविड-19 के मामलों में आ रहे जबरदस्त उछाल को और तेज कर सकता है। स्वास्थ्यकर्मियों ने मेला क्षेत्र में इन पांच दिनों में 2,36,751 कोविड जांच कीं, जिनमें से 1701 लोगों की रिपोर्ट में उनके महामारी से ग्रस्त होने की पुष्टि हुई।

बता दें कि कुंभ में कोरोना भयावह होता जा रहा है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र गिरी के अलावा 50 अन्य संत बीते दिनों कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। वहीं, कोरोना से ही एक महामंडलेश्वर की मौत भी हो गई। नरेंद्र गिरी भी ऋषिकेश एम्स में भर्ती हैं। गुरुवार को जूना अखाड़े के 200 संतों के सैंपल लिए गए हैं। जल्दी ही इनकी कोरोना रिपोर्ट सामने आएगी। इससे पहले ही निरंजनी अखाड़े ने अपने शिविर के कई संतों में कोरोना के लक्षण दिखने के बाद गुरुवार को ही कुंभ समाप्ति की घोषणा कर दी।