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उदयपुर, अमरावती के बाद एक और ‘सर तन से जुदा’! निशांक के पिता के मोबाइल पर आया था ये मैसेज

निशांक राठौर ने की खुदकुशी या हुआ मर्डर?

कट्टरपंथी मुस्लिमों के अंदर इतना जहर कहां से फैल रहा है, कौन इन्हें जेहादी बना रहा है। क्योंकि, नुपूर शर्मा के विवादित बयान के बाद से जिस तहर से देशभर के मुस्लिमों में जहर देखने को मिला है उससे साफ हो जाता है कि इनका ब्रेनवॉश किया जा रहा है। नुपूर शर्मा के समर्थकों को निशाना बनाया जा रहा है। जिन लोगों ने नूपुर के समर्थन में आवज उठाई है उन्हें धमकियां मिल रही हैं। ये धमकी देने वाला कोई और नहीं बल्कि कट्टरपंथी मुसलमान हैं। देश में इस वक्त ये वायरस इस तरह से फैल रहे हैं कि ये अपनी चपेट में तेजी से अन्य मुस्लिमों को भी ले रहे हैं। उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या के पीछे जो वजह सामने आई थी वो यह कि उन्होंने नूपुर शर्मा के पक्ष में बयान दिया था। अमरावती में भी इसी तरह की घटना देखी गई अब तो एक 20साल के लड़के को भी इन जिहादियों ने दरिंदगी से मार दिया है। भोपाल में बीटेक के छात्र निशांक राठौर की मौत के बाद उनके पिता के फोन पर एक मैसेज आता है… 'राठौर साहब बहुत बहादुर था आपका बेटा. गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सर तन से जुदा'। इसके साथ ही एक और पोस्ट वायरल हो रहा है जिसमें लिखा है कि, सारे हिंदू कायरों देख लो अगर नबी के बारे में गलत बोलोगे तो यही हश्र होगा। जिसके बाद ये साफ हो जाता है कि ये खुदकुशी नहीं बल्कि मर्डर है।

कौन है 'गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सर तन से जुदा' मैसज करने वाला

खबरों की माने तो, निशांक राठौर भी नूपुर शर्मा का समर्थन कर रहा था। जिसके लिए उसे अपनी जान देनी पड़ी। ये मामला अब तूल पकड़ा रहा है। क्योंकि, पिता के फोन पर आए मैसेज ने कई राज खोल रहे हैं। घटना की रात आठ बजे छात्र के पिता और उसके दोस्तों के वाट्सएप पर एक स्क्रीनशॉट पहुंचा। इसमें छात्र का फोटो है और उसके साथ में लिखा है कि, "नबी से गुस्ताखी नहीं, राठौर साहब बहुत बहादुर था आपका बेटा, गुस्ताख-ए-नबी की इक सजा, सर तन से जुदा।" यह मैसेज मिलने के बाद छात्र के परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। पुलिस भी अब सभी पहुलओं पर जांच कर रही है। ये मैसेज भेजने वाला कौन है इसके बारे में अभी कोई खबर नहीं है। लेकिन, इसके पकड़े जाने पर इस मामले से जुड़े सारे राज खुल सकते हैं।

कट्टरपंथी मुसमलानों का सफाया जरूरी

देश में कट्टरपंती मुसलमान अंदर-अंदर जहर घोलने का काम कर रहे हैं। नूपुर शर्मा के बयान के बाद जो हुआ उसे पूरे मुल्क ने देखा। इतना ही नहीं अभी हाल ही में बिहार के फुलवारीशरीफ गजवा-ए-हिन्द आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुए है। ये इंडिया वजीन 2047पर काम कर रहे थे। इनका टार्गेट था 2047तक भारत को इस्लामिक देश बनाना। सबसे पहले इसमें दो लोग गिरफ्तार हुए थे। पहला देश विरोधी गतिविधियों में शामिल रहने वाले प्रतिबंधित कट्टरपंथी संगठन सिमी का पूर्व सदस्य अतहर परवेज और दूसरा झारखंड पुलिस से रिटायर्ड दारोगा मो जलालुद्दीन को गिरफ्तार किया गया। इसके बाद इसको लेकर हर रोज नए-नए खुलासे हुए। ये 15हजार लोगों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दे चुके थे। ये बेरोजगार और अनपढ़ युवाओं को टारगेट कर उनका ब्रेनवॉश करते थे फिर इन्हें ट्रेनिंग देते थे। इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद कई और लोगों की गिरफ्तारी हुई है और अभी कई राज खुलने बाकी हैं। इन्हें कई इस्लामिक देशों से फंडिंग मिलती थी। इसी तरह देश में कई अन्य वायरस भी हैं जो देशविरोधी अभियान चला रहे हैं। इन्हें पकड़ना बेहद ही जरूरी है। वरना ये वायरस देश में लगातार फैलते जाएंगे और अपने जद में उन मुसलमानों को भी ले लेंगे जो मासूम और बेहुनाह हैं। निशांक राठौर के मौत को हल्के में नहीं निया जा सकता है। ऐसा भी हो सकता है कि इन्हीं में से किसी जिहादी ने उसकी जान ली हो। क्योंकि, जो मैसेज आया है उससे तो यही नजर आता है।

निशांक राठौर का मामला

भोपाल में बीटेक के छात्र निशांक राठौर की रविवार शाम बरखेड़ा के पास ट्रेन से कटकर संदिग्ध मौत को लेकर सनसनी फैली है। पुलिस के मुताबिक, छात्र निशांक राठौर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ट्रेन से कटने की वजह से उसकी मौत हुई है और उसने खदकुशी की है लेकिन छात्र के फोन से उसके पिता को मिले संदिग्ध मैसेज के बाद ये मामला कुछ और ही कह रहा है। पुलिस ने कहा है कि, फओन और डाटा के फॉरेंसिक एनालिसिस के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

रेलवे ट्रैक पर मिला निशांक का शव

मृतक निशांक के पिता उमाशंकर राठौर का कहना है कि उनका बेटा खुदकुशी नहीं कर सकता। निशांक सिवनी मालवा का रहने वाला था और भोपाल में रहकर बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। पिता हरदा में सहकारी विभाग में पदस्थ हैं। निशांक राठौर रविवार दोपहर के बाद से भोपाल से लापता हो गया था। पिता लगातार फोन कर रहे थे लेकिन, रिंग के बाद फोन कट जा रहा था। जिसके बाद उन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस को निशांक की मोबाइल लोकेशन बरखेड़ा के पास मिली और फिर बरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर शव मिला। जो निशांक की थी।