दुनियाभर में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर भगोड़ा घोषित किए गए कथित स्वामी नित्यानंद ने भारतीयों को अपने देश 'कैलासा' में आने पर रोक लगा दी है। रेप केस में आरोपी नित्यानंद ने करीब दो साल पहले अपना खुद का देश कैलासा बनाने का दावा किया था। एक बयान में नित्यानंद ने कहा है कि उसने भारतीय श्रद्धालुओं को उसके द्वीपीय देश में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
नित्यानंद के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से पोस्ट किया गया है कि भारत के साथ-साथ ब्राजील, यूरोपीय संघ और मलेशिया के लोगों को भी अभी यहां आना प्रतिबंधित है। ट्वीट में आगे लिखा गया है कि कैलासा के अलावा दुनियाभर में नित्यानंद का जहां-जहां आश्रम है उसे भी तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया जाए। आश्रमों में भक्तों को आने की अनुमति बिलकुल नहीं मिलेगी।
बयान के साथ ट्वीट में कहा गया है, 'कैलासा का अध्यक्षीय जनादेश कार्यकारी आदेश #SPH से सीधे दुनियाभर में मौजूद कैलासा के सभी दूतावासों के लिए है।' इस ट्वीट में आगे कहा गया है कि कैलासा दूतावास से जुड़े कैलाशियंस, ईकैलाशियन्स और आध्यात्मिक दूतावास से जुड़े स्वयंसेवक खुद को क्वारंटीन कर रहे हैं।
KAILASA's #PresidentialMandate
Executive order directly from the #SPH for all the embassies of #KAILASA across the globe. #COVID19 #COVIDSecondWaveInIndia #CoronaSecondWave #Nithyananda #Kailaasa #ExecutiveOrder pic.twitter.com/I2D0ZvffnO— KAILASA'S SPH JGM HDH Nithyananda Paramashivam (@SriNithyananda) April 20, 2021
बताते चले चले कि नित्यानंद वर्ष 2019 से ही इक्वाडोर के तट पर स्थित एक द्वीप पर छिपा हुआ है। उसपर यौन शोषण करने का आरोप लगा था। जिसके बाद वह भरत से फरार है। तभी से वह संयुक्त राष्ट्र से मांग कर रहा है कि कैलासा को एक अलग देश घोषित किया जाए।