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जेल अफसरों की नाक के नीचे ऐश कर रहे बंदी, महिला होमगार्ड के अंडरगारमेंट से मोबाइल फोन और चार्जर बरामद

whatsapp calling in noida jail

यूपी के ग्रेटर नोएडा में जिला जेल (लुक्सर जेल) गौतमबुद्धनगर के अंदर से जांच के दौरान एक महिला होमगार्ड के पास से मोबाइल फोन व उसका चार्जर बरामद हुआ। जांच के दौरान पता चला कि मोबाइल से आधे घंटे के दौरान 6 से 7 नंबरों पर वॉट्सएप कॉलिंग की गई थी। जेल के अंदर से मोबाइल फोन मिलने पर जेल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध दिख रही है। जेलर एके सिंह द्वारा दी तहरीर के आधार पर पुलिस ने महिला होमगार्ड के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

अंडरगारमेंट में छुपाया था मोबाइल को

महिला होमगार्ड ने मोबाइल को कपड़ों में छुपाया था। कहा जा रहा है कि कि महिला होमगार्ड 5 मिनट कॉल करने के बदले कैदियों से 100 रुपये वसूलती थी। जेल अधीक्षक भीमसैन मुकुंद ने कहा कि काफी दिनों से शिकायत मिल रही थी कि जेल के अंदर मोबाइल का इस्तेमाल किया जा रहा है। शिकायत के आधार पर महिला बैरक में बंदियों और कैदियों की तलाशी ली, लेकिन कुछ नहीं मिला। इसके बाद महिला होमगार्ड की साधना की महिलाकर्मियों ने तलाशी ली। उसके अंडरगारमेंट से मोबाइल और चार्जर मिला। साधना ने अधिकारियों को बताया कि मोबाइल किसी और होमगार्ड का है। जिला कारागार की हेड वॉर्डन कैलाश्री ने मामले में ईकोटेक-1 थाने में केस दर्ज कराया है।

5 मिनट कॉल के 100 और 10 मिनट के 200 रुपए लेती थी महिला होमगार्ड

जो मोबाइल बरामद हुआ उसमें सिम नहीं मिली। प्रशासन को शक है कि महिला होमगार्ड ने सिम को निगल लिया। इसके लिए उनकी जांच कराई जाएगी। आरोपी होमगार्ड प्रेग्नेंट है। इस घटनाक्रम के दौरान तबीयत खराब होने पर वह बेहोश भी हो गई थीं। इस कारण उनसे पूछताछ नहीं हो सकी है। जिन 6-7 अलग अलग नंबरों पर वॉट्सऐप कॉलिंग की गई थी। माना जा रहा है कि यह कॉल कैदियों और बंदियों से रुपए लेकर उनके परिजनों से कराई गई है। कहा जा रहा है कि, 5 मिनट कॉल करने के लिए 100 रुपए और 10 मिनट कॉल करने के लिए 200 रुपए लिए जाते थे।

धमकाने की मिलती रही हैं शिकायतें

इस जेल में बंद तमाम बदमाशों से धमकी मिलने की शिकायतें लोग कई बार कर चुके हैं। जिले के बड़े गैंग के कई बदमाशों पर जेल से ही अपना गैंग ऑपरेट करने के आरोप लगते रहे हैं। इससे अलग जेल के अंदर बंद बंदी कई बार लेटर जारी कर जेल के अंदर फैले भ्रष्टाचार के बारे में शिकायत कर चुके हैं। वह मोबाइल फोन यूज करने से लेकर नशीली पदार्थों के इस्तेमाल होने का भी जिक्र कर चुके हैं।

जेल में लगा जैमर नहीं करता काम

जेल के अंदर जैमर 2जी-3जी का लगा है। इसमें जी सिम से नेटवर्क आ जाते हैं और जेल के अंदर से कॉल हो जाती है। अब जेल के अंदर लगे जैमर को 4जी कराने की तैयारी की जा रही है ताकि किसी भी तरह की कॉलिंग ना हो सके।