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Big Expose: इंडिया के दुश्मन चीन के ‘एजेंट’ हैं लेफ्ट पार्टियों के नेता!

चीनी साजिश, देश की लेफ़्ट पार्टियों का किया 'इस्तेमाल'

चीन ने भारत की लेफ्ट दलों का इस्तेमाल किया है। ये खुलासा पूर्व विदेश सचिव विजय गोखले ने अपनी नई किताब में की है। गोखले ने दावा किया है कि 2027-2028 में भारत अमेरिका परमाणु समझौते के दौरान चीन ने भारत की कम्यूनिस्ट पार्टियों का इस्तेमाल किया। गोखले ने अपनी नई किताब द लॉन्ग गेम हाऊ द चाइनीज निगोशिएट विद इंडिया में इसे लेकर बड़ा खुलासा किया है।

आपको बता दें कि अपने 39 साल के अपने राजनयिक करियर में गोखले ने 20 साल चीन पर काम किया। वो चीनी मंदारिन भाषा में भी दक्ष हैं। इस दौरान वो सात साल विदेश मंत्रालय में चीन डेस्क पर और सात साल पूर्वी एशिया डेस्क पर रहे। वो चीन में भारत के राजदूत भी रहे और चीन पर नज़र रखने वालों में उन्हें देश का सबसे बड़ा ज्ञाता माना जाता है। उन्होंने दावा किया कि  भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को तोड़ने के लिए चीन ने लेफ़्ट पार्टियों का इस्तेमाल करने की कोशिश की थी।

गोखले ने अपनी किताब में लिखा है कि, चीन ने भारत में लेफ़्ट पार्टियों के साथ क़रीबी संबंधों का इस्तेमाल किया। सीपीआई और सीपीएम के शीर्ष नेताओं की बैठक के लिए चीन की यात्रा करने की भी योजना थी। दोनों पार्टियां देश की सीमा और द्विपक्षीय हितों के सवाल पर हमेशा राष्ट्रवादी रही हैं, लेकिन चीनी जानते थे कि लेफ़्ट पार्टियों की भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को लेकर मूलभूत चिंताएं हैं।"