देश में कोरोना की स्थिति अब धीरे-धीरे सुधर रही है। कोरोना के मामलों में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। इसी के साथ ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेशन देने की भी पूरी कोशिश की जा रही है। ऐसे में ICMR की तरफ से कहा गया है कि देश में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है और जुलाई-अगस्त के मध्य तक हर रोज एक करोड़ लोगों के वैक्सीनेशन के लिए पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध होंगी। इसी के साथ ये भी दावा किया जा रहा है कि दिसंबर तक सभी लोगों को वैक्सीन दे दी जाएगी।
अलग अलग टीकों को लेकर केंद्र सरकार ने कहा है कि अघली जानकारी दिए जाने तक एक ही व्यक्ति को अलग-अलग कंपनी के टीके लगाने का प्रोटोकॉल नहीं है और कोविशील्ड या कोवैक्सीन की दो खुराक लगाए जाने की समय सीमा में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
केंद्र सरकार ने जिलों में पाबंदियों में ढील दिए जाने के बारे में कहा कि ऐसे जिलों में एख हफ्ते तक संक्रमण दर पांच फीसदी से कम होना चाहिए, 70 फीसदी से अधिक पात्र आबादी का टीकाकरण हो जाना चाहिए और कोविड-19 के उपयुक्त व्यवहार करने के लिए सामुदायिक स्तर पर जागरूकता होनी चाहिए। सरकार ने कहा कि पिछले हफ्ते 344 जिलों में संक्रमण दर पांच फीसदी से कम रही है और 30 राज्यों में कोरोना वायरस के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कमी आई है। सात मई को कोविड-19 मामलों के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद, उनमें करीब 69 फीसदी की कमी आई है।
सात मई को पीक दर्ज किए जाने के बाद से कोविड के मामलों में लगभग 69 प्रतिशत की गिरावट आई है। तीन राज्यों में पिछले सप्ताह से कोविड-19 के उपचाराधीन मामलों में गिरावट दर्ज की गई है। देश में 344 जिलों में कोविड-19 के मामलों की संक्रमण दर पांच प्रतिशत से कम है। सरकरा ने कहा कि जिलों को खोलने के लिए, एक सप्ताह के लिए कोविड संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से कम होनी चाहिए, 70 प्रतिशत से अधिक संवेदनील आबादी का टीकाकरण किया जाना चाहिए।
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने कहा कि, जुलाई या अगस्त की शरुआत तक हमारे पास प्रतिदिन एक करोड़ लोगों को टीका लगाने के लिए कोविड-19 की पर्याप्त वैक्सीन होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि कोविशील्ड दवा के शेड्यूल में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इसकी केवल दो खुराकें ही दी जाएंगी। इसकी दूसरी डोज 12 हफ्तों के बाद दी जाएगी। यही शेड्यूल कोवैक्सीन पर भी लागू होगा।