भारतीय सुरक्षाबलों की घातक कार्रवाई और सरकार की तीखी कूटनीति के आगे पाकिस्तान पस्त हो गया है। इसका नतीजा सीमा पार भी दिखाई देना लगा है। भारतीय खुफिया सूत्रों की मानें तो सीमा पार आतंकियों के लॉंचिंग कैंपों में भगदड़ मच गई है। हालांकि अब भी सीमा पार लगभग 10 लॉंचिंग पैड हैं लेकिन इन पर बामुश्किल तमाम 30 से 40 आतंकी ही बचे हैं।
भारतीय सुरक्षाबलों के खुफिया सूत्र बताते है कि जनवरी तक इन लॉंचिंग पैड्स पर 100 से 125 आतंकी देखे गए थे। भारतीय खुफिया एजेंसी लगातार LOC पर सर्विलांस कर रही है। आतंकी अब उन लॉन्चपैड पर आने से कतरा रहे हैं, जहां आकर वो घुसपैठ करने की कोशिश करते थे। जम्मू बॉर्डर के सामने बने लॉन्चपैड पर 20 से 25और कश्मीर घाटी के सामने सक्रिय लॉन्चपैड पर सिर्फ लगभग 15आतंकी मौजूदहैं।
भारतीय सूत्रों का कहना है कि भारत की बढ़ती मारक क्षमता में पैनापन और उतनी ही पैनी कूटनीति के कारण पाकिस्तानी फौज हो या आईएसआई भारत के खिलाफ आतंकियों को लांच करने हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। इस सब के बावजूद भारतीय सुरक्षाबल पूरी सतर्कता के साथ तैनात हैं। भारतीय सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान चालबाजियो से बाज नहीं आता है। इसलिए सीमापार की शांति भी एक चाल हो सकती है। ऐसा हो सकता है कि बर्फ पिघलने के बाद पहाड़ी रास्ते खुलने के बाद पाकिस्तान आतंकियों की घुसपैठ कराने की सोच सकता है। पाकिस्तान के साथ सीजफायर का समझौता जरूर हुआ है पर भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता जस की तस है।