Parambir Letter Bomb: मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परम बीर सिंह द्वारा महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोपों को गंभीरता से लेते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के सुप्रीमो शरद पवार ने रविवार को कहा कि यह मामला गंभीर है और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कार्रवाई कर सकते हैं। गौरतलब है कि परम बीर सिंह ने शनिवार शाम को मुख्यमंत्री को आठ पन्नों का एक पत्र सौंपा था। इसके बाद महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी सरकार में भूचाल आ गया। इस सरकार में राकांपा भी एक घटक दल है।
बहरहाल, पत्र में परम बीर सिंह ने देशमुख पर आरोप लगाया कि मंत्री चाहते थे कि उनकी टीम का सदस्य सचिन वाजे बार और हुक्का पार्लरों से प्रति माह 100 करोड़ रुपये की उगाही करे।
पवार ने यहां मीडिया से बात करते हुए कहा, "इन आरोपों की जांच के संबंध में निर्णय लेने का महाराष्ट्र के सीएम के पास पूरा अधिकार है। गृह मंत्री के खिलाफ जो आरोप लगे हैं, वे गंभीर हैं।"
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन के सूत्रों ने यह भी कहा कि आरोप बहुत गंभीर हैं और इन परिस्थितियों में सरकार के लिए अपना सम्मान बचाने का एकमात्र रास्ता गृह मंत्री के पद से देशमुख का इस्तीफा होगा। लेकिन, इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय पवार द्वारा ही लिया जाएगा।
राकांपा ने मामले पर आगे की कार्रवाई पर विचार करने के लिए रविवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी में अपने वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक बुलाई है।
इस बीच देशमुख ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि परम बीर सिंह ने एसयूवी मामले में कार्रवाई से खुद को बचाने के लिए मेरी छवि खराब की है और मैं उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करूंगा। भाजपा ने भी उनके निष्कासन की मांग की है।