परीक्षा पे चर्चा के चतुर्थ संस्करण के दौरान पहली बार हुए वर्चुएल आयोजन में प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों को कई तरह के टिप्स और अमूल्य सुझाव दिए हैं। परीक्षा पे चर्चा में प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों को तनाव परीक्षा केंद्र के बाहर ही छोड़कर जाने का सुझाव दिया। साथ ही उन्होंने आसपास के जीवन से सीखने की सलाह दी। प्रधानमंत्री ने विद्यार्थियों को अपने सपनों को पूरा करने के लिए संकल्पबद्ध होने की बात कही है।
चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि, आपने रूबरू न होना, आपके चेहरी की खुशी ना देखना, आपका उमंग और उत्साह ना अनुभव करना, ये अपने आप में मेरे लिए एक बड़ा नुकसान है. लेकिन फिर भी परीक्षा तो है ही है, आप है, मैं हूं, परीक्षा है, तो फिर अच्छा ही है कि हम परीक्षा पर चर्चा लगातार करेंगे और इस साल भी ब्रेक नहीं लेंगे।
इस दौरान पीएम मोदी ने परिक्षाओं से डरने वालों के लिए कहा कि, आपको डर एग्जाम का नहीं है, आपको डर किसी और का है और वो क्या है? आपको आसपास एक माहौल बना दिया है कि यही एग्जाम सबकुछ है, यही जिंदगी है और हम यह आवश्यकता से अधिक ओवर कंसियस हो जाते हैं। हम थोड़ा ज्यादा सोचने लग जाते हैं, इसलिए मैं समझता हूं कि जिंदगी में ये कोई आखिरी मुकाम नहीं है।
खाली समय में झूला झूलने का मन करता है…छात्रों से बोले पीएम मोदी.#ParikshaPeCharcha2021 #PMModi pic.twitter.com/6pjq849kCb
— इंडिया नैरेटिव (@NarrativeHindi) April 7, 2021
उन्होंने कहा कि, ये जिंदगी बहुत लंबी है, बहुत पड़ाव आते हैं। परीक्षा एक छोटा सा पड़ाव है, हमें दबाव नहीं बनाना चाहिए, चाहे टीचर हो, स्टूडेंट हो, परिवारजन हो, यार दोस्त हो। अगर बाहर का दबाव कम हो गया, खत्म हो गया, तो एग्जाम का दबाव कभी महसूस नहीं होगा, कॉन्फिडेंस फलेगा-फूलेगा, प्रेशर रिलीज होगा, कम हो जाएगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि खाली समय को खाली मत समझिए, ये खजाना है। खाली समय एक सौभाग्य है, खाली समय एक अवसर है। आपकी दिनचर्या में खाली समय के पल होने ही चाहिए, वरना तो जिंदगी एक रोबोट जैसी हो जाती है। जब आप खाली समय में अर्न करते हैं तो आपको उसकी सबसे ज्यादा वैल्यू पता चलती है। इसलिए आपकी लाइफ ऐसी होनी चाहिए जब आप खाली समय अर्न करें तो वो आपको असीम आनंद दे।