मोदी सरकार ने एकबार फिर दुनिया को चौंकाते हुए ऐतिहासिक फैसला किया है। अब हर वर्ष स्वतंत्रता दिवस से ठीक एक दिन पहले यानी 14 अगस्त को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस (Partition Horrors Remembrance Day) मनाने का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने इस आश्य के एक ट्वीट में लिखा है कि बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। मुहम्मद अली जिन्ना और कुछ मुस्लिम नेताओँ की मांग पर 14 अगस्त 1947 को हिंदुस्तान को दो हिस्सों में बांट दिया गया था।
देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और अपनी जान तक गंवानी पड़ी। उन लोगों के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है।
— Narendra Modi (@narendramodi) August 14, 2021
पीएम मोदी ने लिखा है कि नफरत और हिंसा की वजह से हमारे लाखों बहनों और भाइयों को विस्थापित होना पड़ा और लाखों लोगों को जानें गंवानी पड़ी। उन हुतात्माओं के संघर्ष और बलिदान की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' के तौर पर मनाने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने आगे कहा कि 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' (Partition Horrors RemembranceDay) हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर को खत्म करने के लिए न केवल प्रेरित करेगा, बल्कि इससे एकता, सामाजिक सद्भाव और मानवीय संवेदनाएं भी मजबूत होंगी।
1947 में ब्रिटिश शासन ने भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान को एक मुस्लिम देश के रूप में गढ़ा था। ध्यान रहे, पाकिस्तान 14 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाता है, जब कि असलियत तो यह है कि पाकिस्तान आजाद नहीं हुआ, आजाद तो हिंदुस्तान हुआ था। हठधर्मियों ने लाखों लोगों की बलि लेकर एक हिस्सा जबरन छीन लिया था जिसे पाकिस्तान कहा गया।