भारतीय सेना की ताकत में और बढ़ोतरी होने वाली है। सेना के बेड़े में एक और मारक मिसाइल शामिल होने जा रहा है। ये मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी है और इसका निर्माण यूपी के कानपुर में हुआ है। कानपुर आयुध फैक्ट्री ने पिनाका-मार्क 1 गाइडेड मिसाइल का स्वदेशी संस्करण सफलतापूर्वक बना लिया है। उम्मीद है कि माह-डेढ़ माह में देश की पहली स्वदेशी गाइडेड मिसाल सेना को मिल जाएगी। पिनाका की बड़ी खासियत है कि यह दुश्मन को ढूंढ़कर मारेगी। मारक क्षमता 70 किलोमीटर तक होगी।
मार्क 1 पिनाका का एडवांस्ड वर्जन है। इस मिसाइल से किसी गाड़ी, बंकर, बेड़े, तोप या किसी भी टारगेट पर सटीक निशाना लगाया जा सकता है। कानपुर आयुध फैक्ट्री के महाप्रबंधक एएन श्रीवास्तव और फील्ड गन फैक्ट्री के जनरल मैनेजर गिरीश चंद्र अग्निहोत्री ने बताया कि इस मिसाइल का सबसे संवेदनशील पार्ट स्टेबलाइजर 12 दिन में बनकर तैयार हो जाएगा।
सेना के सूत्रों ने बताया कि पिनाका रेजीमेंट को सैन्य बलों की संचालन तैयारियां बढ़ाने को चीन और पाकिस्तान की सीमा के साथ तैनात किया जाएगा। बीईएमएल से वाहनों की आपूर्ति करेगी जिस पर रॉकेट लॉन्चर को रखा जाएगा। अभी तक बनाए जाने वाली रॉकेट मिसाइल की मार 38 से 40 किलोमीटर तक होती थी, मगर पिनाका गाइडेड रॉकेट मिसाइल की मारक क्षमता 68-70 किलोमीटर तक तक होगी।
ऑर्डनेंस फैक्ट्री डे पर समाज सदन अर्मापुर में लगाई गई सैन्य हथियारों व उपकरणों की प्रदर्शनी में शिरकत करने पहुंचे ओएफसी के महाप्रबंधक एएन श्रीवास्तव ने बताया कि डेढ़ महीने में 174 स्टेबलाइजर बनाने का लक्ष्य है। यह स्टेबलाइजर बनने के बाद नागपुर, महाराष्ट्र के अंबाजरी में भेजा जाएगा। वहां पर इसमें और पार्ट जोड़े जाएंगे। इसके बाद मध्यप्रदेश के इटारसी व महाराष्ट्र की ऑर्डनेंस फैक्ट्री चांदा में किट लगाकर मिसाइल बनाई जाएगी।