देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर में लगातार रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आ रहे हैं, इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअली बैठक चल रही है। इस दौरान उनके साथ गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद हैं। इस बैठक के दौरान प्रधानमंत्री ने सभी रज्य के मुख्यमंत्रियों से कोरोना के टेस्टिंग को बढ़ाने की अपील की। साथ ही उन्होंने कहा कि, माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर ज्यादा फोकस करना होगा साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि, अब लोग सजग हो जाए और नाइट कर्फ्यू की जगह कोरोना कर्फ्यू कहे।
बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि, कोरोना से निपटने के पूरे इंतजाम हैं, मास्क से लेकर वैक्सीन तक उपलब्ध है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि स्थिति ज्यादा चुनौतीपूर्ण है लेकिन आज हमारे पास संसाधन और अनुभव है।
बैठक में प्रधानमंत्री की मुख्य बातें…
- राज्यों में कोरोना टेस्टिग बढ़ाने की जरूरत
- कोरोना को लेकर लोगों को होना होगा जागरूक
- टेस्ट, ट्रेक, ट्रीट पर देना होगा ध्यान।
- टेस्टिंग और ट्रैकिंग की बहुत बड़ी भूमिका है।
- RT-PCR बढ़ाने की जरूरत
- हमारा टारगेट 70 पर्सेंट RT-PCR टेस्ट करने का है
- माइक्रो कंटेनमेंट जोन पर फोकस हो
- नाइट कर्फ्यू के जगह कोरोना कर्फ्यू कहे
- कंटेनमेंट जोन में टेस्टिंग पर जोर देना होगा
- राज्यों को इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने होंगे
- कोरोना से बाहर निकलने के लिए टेस्टिंग जरूरी
- हर मरीज के कॉन्टेक्ट की टेस्टिंग जरूरी
- 2-3 हफ्ते एहतिहात बरतने की जरूरत
इस बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत सरकार को कहा गया है कि जितनी मात्रा में वैक्सीनेशन पहुंचा सकते हैं पहुंचाए। इसके साथ ही उन्होंने देश की जनता से आग्रह किया है कि लोग अपने आस पास के 45 उम्र से ज्यादा लोगों को जाग्रुक करें और उन्हें वैक्सीन लगवाने के लिए बताए।
इस वक्त कोरोना रिकॉर्ड तोड़ बढ़ रहा है इसके बावजूद लोग मास्क और प्रोटोकॉल फॉलो नहीं कर रहे हैं। ऐसे लोगों से अपील करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, कोरोना के प्रोटोकॉल को फॉलो करें। जो लोग वैक्सीन लगवा चुके हैं वो लापारवाही ना बरते उन्हें भी कोरोना के प्रोटोकॉल को फॉलो करना जरूरी है और मास्क लगाना भी जरूरी है।