भारत ने मंगलवार को छोटे द्वीपीय देशों में बुनियादी ढांटे के विकास के लिए एक महत्वकांक्षी पहल की (आईआरआईएस) पहल की शुरुआत की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह पहल उन सबसे संवेदनशील देशों के लिए कुछ करने की नई उम्मीद, नया आत्मविश्वास और संतो प्रदान करती है, जो जलवायु परिवर्तन से सबसे ज्यादा खतरे का सामना कर रहे हैं। इस दौरान प्रधानमंत्री ने नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर से पहली बार मुलाकात की। मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने अपने संबंधों को और मजबूत करने के साथ कई मुद्दों पर चर्चा की। अब ये चीन से देखा नहीं जाएगा, इस समीट पर आंख गड़ाए बैठे ड्रैगन को भारत-नेपाल के रिश्तों में मजबूती आना हजम नहीं होगा।
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देउबा से मुलाकात में पीएम मोदी ने घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने, जलवायु परिवर्तन, कोविड-19 का मुकाबला करने और महामारी से उबरने के तरीकों पर चर्चा की। यह बैठक ग्लासगो में जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन से इतर हुई है। बैठक, भारत द्वारा छोटे द्वीपीय देशों के लिए लचीली आधारभूत संरचना (आईआरआईएस) पहल की शुरुआत किए जाने के बाद हुई। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी के खिलाफ चल रहे प्रयासों के संदर्भ में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की
इसके आगे बयान में कहा गया कि, दोनों नेताओं ने कोरोना महामारी के दौरान भारत और नेपाल के बीच उत्कृष्ट सहयोग विशेश रूप से भारत से नापल को वैक्सीन, दवाओं और चिकित्सा उपकरणों की आपूर्ति और सीमाओं के आर-पार माल के मुक्त प्रवाह को सुनिश्चित करने में सहयोग का उल्लेख किया है। विदेश मंत्रालय की ओर से बताया गया कि दोनों नेताओं ने महामारी के हालात से बाहर निकलने की दिशा में मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए।
Had a productive discussion with PM @SherBDeuba on multiple aspects of the India-Nepal friendship. Subjects relating to fighting the global pandemic and furthering sustainable development are key parts of our bilateral friendship. pic.twitter.com/JKtMbXgb9X
— Narendra Modi (@narendramodi) November 2, 2021
वहीं, पीएम मोदी ने देउबा के साथ फोटो शेयर करते हुए ट्वीट किया कि, ग्लासगो में प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा से मुलाकात की। यह महत्वपूर्ण है कि हम सतत विकास के लिए मिलकर काम करते रहें। उन्होंने हिमालयी क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के खतरे को सही ढंग से उजागर किया है। वहीं, पीएम मोदी के ट्वीट को टैग करते हुए देउबा ने खुशी जाहिर की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सीओपी26 के दौरान मिलकर खुशी हुई। सतत विकास महत्वपूर्ण है- विशेष रूप से हमारे साझा हिमालयी क्षेत्र के भविष्य के लिए, जो विशेष रूप से कमजोर है। मैं उन्हें इस बात को उजागर करने और एक साथ काम करने के महत्व पर जोर देने के लिए धन्यवाद देता हूं!।