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Yaas Cyclone: ‘तौकते’ के बाद “यास’ से निपटने के लिए PM Modi ने अफसरों को दिए ये खास निर्देश

PM मोदी ने समीक्षा बैठक में मंत्रियों और अफसरों की किया अलर्ट

ओडिशा और पश्चिम बंगाल में चक्रवात यास तूफान का खतरा मंडरा रहा है। मौसम विभाग ने इसके बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका जताई है। इससे निपटने को लेकर की जा रही तैयारियों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अफसरों और मंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। इसमें पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि संभावित खतरे वाले स्थानों से लोगों को समय पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे।

इस मीटिंग में पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश अंडमान-निकोबार द्वीप समूह और पुड्डुचेरी के चीफ सेक्रेटरी और अफसर शामिल हुए। इसमें रेलवे बोर्ड चेयरमैन, NDMA मेंबर सेक्रेटरी, IDF चीफ के साथ गृह, पावर, शिपिंग, टेलिकॉम, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, सिविल एविएशन और फिशरीज मंत्रालय के सेक्रेटरी भी मौजूद रहे। बैठक में कोस्ट गार्ड, NDRF और IMD के DG भी शामिल हुए। पीएम मोदी ने अधिकारियों से तटीय गतिविधियों में शामिल लोगों को समय रहते सुरक्षित बाहर निकालने को कहा है।

जहाज-हेलीकॉप्टर और NDRF की 46 टीमें तैनात

इस समीक्षा बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल यानी एनडीआरएफ ने चक्रवात यास से निपटने के लिए 46 टीमों को पहले से ही काम में लगाया है। 13 टीम आज हवाई मार्ग से जा रही हैं। इसके साथ ही भारतीय तटरक्षक बल और नौसेना ने राहत, खोज, बचाव अभियानों के लिए जहाजों, हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है।

प्रधानमंत्री ने अफसरों को निर्देश दिए कि बिजली और टेलीफोन नेटवर्क की कटौती के समय को कम किया जाए। साथ ही उन्होंने अफसरों से तूफान के समय लोगों को क्‍या करना है और क्‍या नहीं करना है, इसके दिशानिर्देश तैयार करने को भी कहा है। और साथ ही ये दिशानिर्देश स्‍थानीय भाषा में भी लोगों के लिए जारी किए जाएं।

गृह मंत्रालय भी 24 घंटे स्थिति की समीक्षा कर रहा है, मंत्रालय लगातार संबंधित राज्‍य सरकारों और केंद्रीय एजेंसियों से संपर्क में हैं।गृह मंत्रालय ने सभी राज्‍यों में एसडीआरएफ को भी एडवांस में इंस्‍टॉलमेंट जारी कर दी गई है। इसके साथ ही पेट्रोलियम मंत्रालय समुद्र में मौजूद सभी तेल संबंधी जगहों की देखरेख और उनकी सुरक्षा के लिए तैयारी कर रहा है।

ओडिशा और बंगाल में चक्रवाती तूफान यास का ज्यादा खतरा

चक्रवात तौकते के बाद तूफान यास का खतरा मंडरा रहा है। चक्रवात यास के 26 मई को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों से टकराने की आशंका है। बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्वी हिस्से में कम दबाव का क्षेत्र बनने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। यह 24 मई तक चक्रवाती तूफान यास का रूप ले लेगा। मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात यास के उत्तर, उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है, जो 24 मई तक एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है और अगले 24 घंटों में बेहद चक्रवाती तूफान का रूप ले सकता है। मौसम विभाग ने इससे पहले अनुमान लगाया था कि यास 26 मई को बंगाल व ओडिशा तट से टकराएगा। इसके चलते दोनों राज्यों मे 22 से 26 मई तक भारी बारिश का भी पूर्वानुमान है।

यास से निपटने के लिए नौसेना ने तैयार किए विमान और युद्ध पोत

बंगाल की खाड़ी में बन रहे चक्रवाती तूफान 'यास' के संभावित खतरे से निपटने के लिए भारतीय नौसेना ने अपने चार युद्धपोतों के अलावा कई विमानों को भी तैनात किया है। नौसेना ने कहा कि तूफान के संभावित खतरे से निपटने के लिए बाढ़ राहत और बचाव की आठ टीमों के अलावा गोताखोरों की चार टीमों को ओडिशा और पश्चिम बंगाल में भेजा गया है। विशाखापत्तनम में आईएनएस डेगा, चेन्नई में आईएनएस रजाली भी मोर्चे के लिए तैयार हैं। आठ बाढ़ राहत टीमें और चार गोताखोरों की टीमें पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में तैनात कर दी गई हैं।