तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा के 86वें जन्मदिन पर दुनियाभर से बधाई के संदेश मिल रहे हैं लेकिन पूरी दुनिया की नजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर टिकी हुई थी, खासकर चीन की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दलाई लामा को ना सिर्फ ट्वीट कर बधाई दी बल्कि फोन कर बात करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दीं और उनके लंबे व स्वस्थ्य जीवन की कामना की है।
तिब्बत को लेकर चीन हमेसा से चिढ़ता रहा है इसके पीछे वजह यह है कि, भारत ने निर्वासित तिब्बती समुदाय और दलाई लामा को शरण दे रखी है। ऐसे में दलाई लामा जन्मदिन की बधाई देना और सार्वजनिक तौर पर इसकी जानकारी देना एक तरह से चीन को भारत का संदेश भी माना जा रहा है।
Spoke on phone to His Holiness the @DalaiLama to convey greetings on his 86th birthday. We wish him a long and healthy life.
— Narendra Modi (@narendramodi) July 6, 2021
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट संदेश में जानकारी देते हुए कहा है कि, 86वें जन्मदिन पर मैंने दलाई लामा से फोन पर बात की और उन्हें शुभकामनाएं दीं। हम उनके लंबे व स्वस्थ जीवन की कामना करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल दलाई लामा को जन्मदिन की बधाई नहीं दी थी।
छह जुलाई 1935 को उत्तरी तिब्बत में आमदो के एक छोटे से गांव तकछेर में एक कृषक परिवार में जन्में दलाई लामा के बचपन का नाम ल्हामो दोनडुब था। उन्हें 1989 में शांति के नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था। चीन ने जब तिब्बत पर कब्जा किया था तो दलाई लामा ने भारत की शरण ली थी, वे 1959 से भारत में रह रहे हैं और हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में तिब्बत समुदाय के लोगों के साथ तिब्बत की निर्वासित सरकार चला रहे हैं।