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Arjun Tank MK-1A: पीएम ने सेना को सौंपा ‘अजेय अर्जुन’ जंग में बनेगा दुश्मनों का काल

पीएम मोदी ने चेन्नई में सेना को सौंपा अर्जुन मेन बैटल टैंक। फाइल फोटो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi hands over Arjun Tank) ने रविवार को तमिलनाडु दौरे के दौरान चेन्नई में सेना प्रमुख एमएम नरवणे को अर्जुन मेन बैटल टैंक (Arjun Tank MK-1A) सौंपा। इस स्वदेशी युद्ध टैंक का डिजाइन, विकास और निर्माण सीवीआरडीई, डीआरडीओ ने 15 अकादमिक संस्थानों, 8 प्रयोगशालाओं और कई एमएसएमई के साथ मिलकर किया है (Indigenous Arjun Main Battle Tank)। भारतीय सेना को 118 स्वदेशी युद्धक टैंक सौंपे गए। अर्जुन टैंक को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने विकसित किया है।

यहां होगी अर्जुन टैंक की तैनाती

चेन्नई में 124 अर्जुन टैंकों के पहले बैच के बेड़े में 118 टैंक शामिल किए गए। जिन्हें पहले ही सेना में शामिल किया जा चुका है और उन्हें पाकिस्तान के मोर्चे पर पश्चिमी रेगिस्तान में तैनात किया गया है। जान लें कि 118 अर्जुन टैंक भी पहले के 124 टैंकों की तरह भारतीय सेना के बख्तरबंद कोर में दो रेजिमेंट बनाएंगे। पश्चिमी राजस्थान में इनके कोर होने का मतलब है कि पाकिस्तान इनके निशाने से दूर नहीं होगा।

पाकिस्तान का काल अर्जुन टैंक

पुलवामा के बाद से पाकिस्तान भारत की ओर आखं उठाने से पहले दो बार सोचता है। लेकिन उसने फिर कभी भारतीय सीमा पर नापाक हरकत करने का प्रयास किया तो अजेय अर्जुन उसका काल बनेगा। अर्जुन की मारक क्षमता में जबरदस्त वृद्धि की गई है। जो उसे दुनिया के सबसे शक्तिशाली टैंक की श्रेणी में लाता है। 

अर्जुन टैंक की खासियत

  • डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने अर्जुन टैंक की फायर पावर क्षमता को काफी बढ़ाया है।
  • अर्जुन टैंक में नई टेक्नोलॉजी का ट्रांसमिशन सिस्टम है।
  • इससे अर्जुन टैंक आसानी से अपने लक्ष्य को ढूंढ लेता है।
  • अर्जुन टैंक युद्ध के मैदान में बिछाई गई माइंस हटाकर आसानी से आगे बढ़ने में सक्षम है।
  • अर्जुन टैंक में केमिकल अटैक से बचने के लिए स्पेशल सेंसर लगे हैं।