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Fugitive मेहुल चोकसी को भारत लाए जाने की कोशिशें रंग ला रही हैं, कोर्ट में सुनवाई जारी

Mehul Chokis

भगौड़े चोकसी के लिए आज अहम दिन है। पंजाब नेशनल बैंक स्कैम मामले में आरोपी भगोड़े मेहुल चोकसी  को लेकर स्थानीय अदालत अपना फैसला सुनाएगी। कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई शुरू हो गई है। डोमिनिका के विपक्षी लेनोक्स लिंटन भी कोर्ट में मौजूद थे। मेहुल के भाई चेतन चिनुभाई चोकसी ने पिछले शनिवार को लिंटन से मुलाकात कर मेहुल की मदद के बदले चुनावी चंदा देने की बात कही थी। इस दौरान चेतन ने अग्रिम राशि के तौर पर उन्हें दो लाख डॉलर दिए और आने वाले आम चुनावों में एक मिलियन डॉलर से ज्यादा की वित्तीय मदद का भरोसा दिया।

सुनवाई से पहले मेहुल के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि मीडिया रिपोर्ट में कहा गया कि मेहुल के भाई डोमिनिका में विपक्षी पार्टियों से बातचीत कर रहे हैं। यह अफवाह है। मेहुल के भाई डोमिनिका में यह देखने आए हैं कि क्या मेहुल चोकसी के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा रहा है या नहीं। उन्होंने आरोप लगाया कि चोकसी की पिछले छह महीनों से एक महिला के साथ दोस्ती थी, जिसे 23 मई को एंटीगुआ के एक अपार्टमेंट में बुलाया गया था। वहां से ही चोकसी को कुछ लोगों ने अगवा कर लिया था। इसके बाद डोमिनिका ले जाने से पहले उसे कथित तौर पर पीटा गया। एक यॉट में बंधक बनाकर रखा गया और कई तरह से टॉर्चर किया गया।

मेहुल चोकसी का पीछा करने वाली भारतीय एजेंसियों  का कहना है कि हो सकता है कि उसने अपना पासपोर्ट सरेंडर कर दिया हो, लेकिन भारत ने इसे स्वीकार नहीं किया है। साथ ही उसे पासपोर्ट सरेंडर का सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया है। सूत्रों का कहना है कि इंटरपोल ने भारत में किए गए वित्तीय अपराधों के लिए चोकसी के खिलाफ रेड नोटिस जारी किया है और इस पर अदालत में बहस होगी।

भारतीय एजेंसियों की कोशिश है कि मेहुल चोकसी को सीधे डोमिनिका से भारत ही लाया जाए। ऐसे में भारत से कई टीमें डोमिनिका पहुंची हैं। बुधवार को सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) कोर्ट में ये दलील देगी कि मेहुल चोकसी भारतीय नागरिक है, वह यहां पर जुर्म करके भागा है ऐसे में उसे भारत को ही सौंपा जाए। भारत की कई एजेंसियां और अधिकारी डोमिनिका प्रशासन के संपर्क में है।