ग्रेटर नोएडा के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी है। जेवर एयरपोर्ट से ग्रेटर नोएडा तक पॉड टैक्सी (Pod Taxi) चलाने का रास्ता साफ हो गया है। यमुना प्राधिकरण एक बड़ी योजना को लेकर तैयारी पुरी कर ली है और इसके लिए बजट भी जारी कर दिया है। कहा जा रहा है कि शुरुआत में फिल्म सिटी (Film City) से जेवर एयरपोर्ट तक के 5.5 किमी के रूट पर पॉड टैक्सी चलाई जा सकती है। भारत में पॉड टैक्सी चलाए जाने का यह पहला प्रयोग है।
यमुना अथॉरिटी ने बीते सोमवार को ही अपना बजट जारी किया था। बजट में मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी मेट्रो, पॉड टैक्सी और रोड के लिए 300 करोड़ रुपये दिए गए हैं। सूत्रों की मानें तो बजट में पॉड टैक्सी के लिए दी गई रकम से शुरुआत में डीपीआर और फिजिबिलिटी जैसी रिपोर्ट तैयार होंगी। बजट के दौरान पॉड टैक्सी का प्रेजेंटेशन भी देखा गया था।
आपको मालूम हो कि जेवर एयरपोर्ट और फ़िल्म सिटी के बीच तमाम मल्टीनेशनल कंपनियों के दफ्तर और कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स बनेंगे, इसे ध्यान में रखते हुए भी जेवर एयरपोर्ट से फिल्म सिटी तक के रूट को चुना गया है।
ऐसे चलती है पॉड टैक्सी
पॉड टैक्सी दो तरह से चलती है, एक ट्रैक पर और दूसरा केबल की मदद से हैंगिंग मोड पर। लेकिन भारत में इसे ट्रैक पर चलाए जाने की योजना है। इस ट्रैक पर न तो रेड सिग्नल होगा और न ही जाम लगेगा। हालांकि विदशों में जो पॉड टैक्सी चल रही हैं वो 4 से 6 सीटर हैं, लेकिन भारत में 8 से 10 सीटर टैक्सी चलाए जाने की योजना है।पॉड टैक्सी पूरी तरह से कंप्यूटराइज्ड होती है। इसमे ड्राइवर नहीं होता है। यह बैटरी से चलती है। लेकिन पॉड टैक्सी की शुरुआत करना कोई आसान काम नहीं है। पॉड टैक्सी के लिए बनाए जाने वाले एक किमी ट्रैक की लागत करीब 60 करोड़ रुपये आती है। टैक्सी में बैठने के साथ ही टच स्क्रीन की मदद से जहां आपको उतरना है उस स्टेशन का नाम लिखना होता है। स्टेशन आने पर टैक्सी खुद ही रुक जाएगी। किराए का भुगतान कार्ड से करना होता है।