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प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के प्रभाव से अर्थव्यवस्था को जल्दी बाहर निकालना प्राथमिकता बताया

प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के प्रभाव से अर्थव्यवस्था को जल्दी बाहर निकालना प्राथमिकता बताया

74वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की हैं। इनमें नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन से लेकर प्रोजेक्ट लॉयन और डॉल्फिन तक शामिल हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना के इस असाधारण समय में "सेवा परमो धर्म:" की भावना के साथ अपने जीवन की परवाह किए बिना हमारे डॉक्टर्स, नर्से, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस कर्मी, सफाई कर्मचारी, पुलिसकर्मी, सेवाकर्मी, अनेको लोग, चौबीसों घंटे लगातार काम कर रहे हैं। मोदी ने कहा कि अगले वर्ष हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे। एक बहुत बड़ा पर्व हमारे सामने है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था को कोविड-19 के प्रभाव से जल्दी बाहर निकालना हमारी प्राथमिकता है। नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट पर 110 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए जाएंगे। लगभग 7 हजार प्रोजेक्ट्स को चिन्हित भी किया जा चुका है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तो वह सड़क इन्फ्रास्ट्रक्चर को अलग लेवल पर लेकर गए और आज देश स्वर्णिम चतुर्भुज को गर्व से देख रहा है। बीते वर्ष भारत में एफडीआई ने अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। एफडीआई में 18 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। कोरोना काल में भी दुनिया की बहुत बड़ी-बड़ी कंपनियां भारत का रुख कर रही हैं।

देश की आजादी के लिए किए गए बलिदानों को याद करते हुए मोदी ने कहा कि गुलामी का कोई कालखंड ऐसा नहीं था जब हिंदुस्तान में किसी कोने में आजादी के लिए प्रयास नहीं हुआ हो, प्राण-अर्पण नहीं हुआ हो। प्रधानमंत्री ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए कहा, आज जो हम स्वतंत्र भारत में सांस ले रहे हैं, उसके पीछे मां भारती के लाखों बेटे-बेटियों का त्याग, बलिदान और मां भारती को आज़ाद कराने के लिए समर्पण है।

पिछले दिनों भी हम एक प्रकार से अनेक संकटों से गुज़र रहे हैं और इससे अनेक लोगों ने जान गंवाई है, मैं उन परिवारों के प्रति मेरी संवेदना व्यक्त करता हूं।

मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत के महत्व को रेखांकित करते हुए मोदी ने कहा कि आखिर कब तक हमारे ही देश से गया कच्चा माल, तैयार माल बनकर भारत में लौटता रहेगा।

किसानों के देश को आत्मनिर्भर बनाने में किये गये योगदान का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब हमारी कृषि व्यवस्था बहुत पिछड़ी हुई थी। तब सबसे बड़ी चिंता थी कि देशवासियों का पेट कैसे भरे। आज जब हम सिर्फ भारत ही नहीं, दुनिया के कई देशों का पेट भर सकते हैं। एक समय था जब हम बाहर से गेहूं मंगवा कर अपना पेट भरते थे लेकिन हमारे किसानों ने वो कमाल करके दिखाया और आज आत्मनिर्भर भारत बना है।

प्रधानमंत्री ने विकास के मामले में देश के कई पिछड़े क्षेत्रों में किये जा रहे विशेष प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि  ऐसे 110 से ज्यादा आकांक्षी जिलों को चुनकर, वहां पर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि वहां के लोगों को बेहतर शिक्षा मिले, बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलें, रोजगार के बेहतर अवसर मिलें।

कोरोना महामारी के समय लोगों को दी गई सरकारी मदद के बारे में जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि   7 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस सिलेंडर दिए गए। राशनकार्ड हो या न हो, 80 करोड़ से ज्यादा लोगों को मुफ्त अन्न की व्यवस्था की गई, बैंक खातों में करीब-करीब 90 हजार करोड़ रुपए सीधे ट्रांसफर किए गए।

मोदी ने घोषणा की कि देश में आज से नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन का एक और बहुत बड़ा अभियान शुरू होने जा रहा है। नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन, भारत के हेल्थ सेक्टर में नई क्रांति लेकर आएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत में तीन-तीन वैक्सीन टेस्टिंग के अलग-अलग चरण में हैं। जब वैज्ञानिकों से हरी झंडी मिलेगी तो बड़े पैमाने पर उत्पादन होगा। इसकी पूरी तैयारियां हैं। हर भारतीय तक वैक्सीन कम से कम समय में कैसे पहुंचे, इसका खाका भी तैयार है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अपनी जैव विविधता के संरक्षण और संवर्धन के लिए भारत पूरी तरह संवेदनशील है। बीते कुछ समय में देश में शेरों की, टाइगर की आबादी तेज़ गति से बढ़ी है, अब देश में हमारे एशियाई शेरों के लिए एक प्रोजेक्ट लॉयन की भी शुरुआत होने जा रही है।

देश के विभिन्न कार्य क्षेत्रों में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में महिलाएं अंडरग्राउंड कोयला खदानों में काम कर रही हैं तो लड़ाकू विमानों से आसमान की बुलंदियों को भी छू रही हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्म निर्भर भारत  के निर्माण में, आधुनिक भारत के निर्माण में, नए भारत के निर्माण में, समृद्ध और खुशहाल भारत के निर्माण में, देश की शिक्षा का बहुत बड़ा महत्व है। इसी सोच के साथ देश को एक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की गई है।

प्रधानमंत्री ने अनुच्छेद 370 के हटने के बाद से पिछले एक वर्ष को जम्मू कश्मीर की एक नई विकास यात्रा का साल बताया। मोदी ने कहा कि ये एक साल जम्मू कश्मीर में महिलाओं, दलितों को मिले अधिकारों का साल है। ये जम्मू कश्मीर में शरणार्थियों के गरिमापूर्ण जीवन का भी एक साल है।.