Prisoners Released: 2020 और 2023 के बीच पिछले तीन वर्षों में 508 भारतीय क़ैदियों को पाकिस्तान से वापस लाया गया है, जबकि भारत ने इसी अवधि के दौरान 143 पाकिस्तानी क़ैदियों को वापस लाया है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, 1 जुलाई को दोनों देशों के बीच साझा किये गये क़ैदियों की सूची के अनुसार, 266 भारतीय मछुआरे और 42 नागरिक क़ैदी पाकिस्तानी हिरासत में हैं। जबकि भारतीय हिरासत में पाकिस्तान के 343 नागरिक और 74 मछुआरे हैं।
21 मई 2008 को हस्ताक्षरित भारत-पाकिस्तान Agreement on Consular Access’ के अनुसार, प्रत्येक देश की जेलों में बंद प्रत्येक देश के क़ैदियों की सूची का आदान-प्रदान की सूची हर साल 1 जनवरी और 1 जुलाई को किया जाता है।
सूत्रों ने बताया कि सरकार ने पाकिस्तान की हिरासत से नागरिक क़ैदियों और मछुआरों को उनकी नौकाओं सहित शीघ्र रिहाई और स्वदेश वापसी का आह्वान किया है।
विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने आगे बताया कि वह पाकिस्तानी हिरासत में भारतीय क़ैदियों के कल्याण, सुरक्षा और संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देता है।
उन्होंने कहा कि जैसे ही पाकिस्तान द्वारा भारतीय नागरिकों को पकड़ने के मामले सामने आते हैं, इस्लामाबाद में भारतीय मिशन द्वारा पाकिस्तान सरकार से कॉन्सुलर एक्सेस की मांग के लिए तत्काल क़दम उठाए जाते हैं।
कॉन्सुलर एक्सेस के दौरान भारतीय उच्चायोग के अधिकारी पाकिस्तानी जेलों में भारतीय क़ैदियों से मुलाक़ात करते हैं और उनके हितों का पता लगाते हैं और दैनिक उपयोग की कल्याणकारी वस्तुओं को वितरित करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय क़ैदियों को उनकी शीघ्र रिहाई और स्वदेश वापसी के लिए क़ानूनी सहायता सहित हर संभव सहायता प्रदान की जाती है।