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पुणे के 16 साल के लड़के का कमाल, 40 घंटे और 50 हजार फोटोज लेकर खीचीं चंदा मामा की खूबसूरत तस्वीरें

photo courtesy Google

कहते है कि अगर मन में कुछ करने की ठान लें, तो कोई काम भी मुश्किल नहीं होता और सामने आई मुसीबत भी छोटी सी लगने लगती है। कुछ इन्हीं शब्दों को सच कर दिखाया है महाराष्ट्र के पुणे में रहने वाले 16 साल के प्रथमेश जाजू ने… जिन्होंने एक नया रिकॉर्ड कायम किया है। प्रथमेश जाजू ने 50 हजार तस्वीरों से मिलाकर चांद की सबसे खूबसूरत तस्वीर बनाई है। चांद में मौजूद सभी रंगों को बखूबी दिखाया है। रंग-बिरंगी ये तस्वीर सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई है। जाजू ने इन तस्वीरों को एचडीआर लास्ट क्वार्टर मिनरल मून नाम दिया है।

तस्वीरों को अगर ध्यान से देखें तो हर रंग चांद पर मिलने वाले रंगों को दर्शाता है। नीले रंग में वे जगहें हैं जहां लोहा, टाइटेनियम और ऑक्सीजन से बना इल्मेनाइट है। वहीं, नारंगी और बैगनी रंग में वे जगहें हैं, जहां यह कम मात्रा में है। जबकि सफेद या ग्रे रंग में वे क्षेत्र हैं जहां सूरज की रोशनी ज्यादा है। प्रथमेश जाजू को अंतरिक्ष की दुनिया में काफी रुचि है। वो खुद को शौकीन एस्ट्रोनोमर और एस्ट्रो फोटोग्राफर बताते है। प्रथमेश द्वारा ली तस्वीर में चांद की खूबसूरती और उनसे जुड़ी जानकारियों भरपूर है। प्रशमेश ने 50 हजार से ज्यादा फोटो के बाद एक थ्री-डायमेंशनल शॉट तैयार किया।

इस दौरान करीबन 186 से ज्यादा डाटा का इस्तेमाल किया गया। एक इंटरव्यू में जाजू ने बताया कि फोटो दो अलग-अलग फोटो का एक HDR कंपोसाइट है। इस फोटो को 3- डाइमेंशनल इफेक्ट देने के लिए यह किया गया था। उन्होंने कहा कि यह थर्ड क्वार्टर के मिनरल मून का सबसे क्लियर शॉट है। इस प्रक्रिया के दौरान रॉ डाटा करीब 100 जीबी था और जब आप इसे प्रोसेस किया तो यह डाटा बढ़ गया तो यह करीबन 186 जीबी तक पहुंच गया था। जब मैंने इन सभी को एक साथ मिलाया तो वह करीबन 600MB तक हो गया था।

उन्होंने आगे कहा कि 3 मई की दोपहर 1 बजे फोटो क्लिक की गई। वीडियो और फोटो के साथ करीब 4 घंटे ये प्रक्रिया चली। इस प्रोसेस में करीबन 38-40 घंटे का समय लगा। इसमें 50 हजार फोटो क्लिक करने के पीछे की वजह चांद की सबसे क्लियर फोटो क्लिक करना था। मैंने इन सभी को एक साथ मिला दिया और चांद की साफ फोटो को तैयार किया। इस प्रक्रिया को करने से पहले कई स्टोरी को पढ़ा और कई वीडियोज देखे। जिससे कि प्रोसेसिंग और इन फोटो को क्लिक करने के बारे में जानकारी मिल पाई। प्रथमेश ने कहा कि वो एक एस्ट्रोफिजिक्स बनना चाहते हैं। एक प्रोफेशनल के तौर पर एस्ट्रोनॉमी पढ़ना चाहते हैं। मगर मैं एस्ट्रो फोटोग्राफी फिलहाल शौकिया तौर पर करता हूं।