बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राष्ट्रीय जनता दल (राजद) को एक बड़ा झटका लगा है, जब पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। फिलहाल वे दिल्ली के एम्स में स्वास्थ्य कारणों से भर्ती हैं। अस्पताल से ही उन्होंने राजद के अध्यक्ष लालू प्रसाद को एक पत्र लिखकर इस्तीफो देने की घोषणा की है।
उन्होंने पत्र में लालू प्रसाद को संबोधित करते हुए लिखा, "कर्पूरी ठाकुर के निधन के बाद 32 वर्षों तक आपकी पीठ के पीछे खड़ा रहा, लेकिन अब नहीं।"
सिंह ने इस पत्र को पत्रकारों को भेजा है। उन्होंने पत्र में लोगों से माफी मांगते हुए आगे लिखा है, "पार्टी, नेता, कार्यकर्ता और आमजन ने बड़ा स्नेह दिए। क्षमा करें।"
सिंह के इस्तीफे को लेकर राजद के नेता फिलहाल कुछ नहीं बोल रहे हैं, लेकिन भाजपा और जदयू उनके इस कदम को सही फैसला बता रहे हैं।
राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी कहते हैं कि उन्हें मीडिया से ही इसकी जानकारी मिली है। अधिकारिक सूचना उन्हें नहीं मिली है। उन्होंने कहा कि अधिकारिक जानकारी मिलने के बाद बयान दिया जाएगा।
इधर, जदयू के प्रवक्ता अजय आलोक ने कहा कि सिंह वरिष्ठ नेता है। उन्हें यह कदम पहले उठाना चाहिए था। आलोक ने कहा कि राजद अब बबूल का वृक्ष हो गया है, इस कारण लोग वहां से भाग रहे हैं। जदयू में सिंह के आने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी सिंह जैसे बड़े नेता का स्वागत करेगा।
उल्लेखनीय है कि रघुवंश सिंह पूर्व सांसद रामा सिंह के पार्टी में आने की सूचना के बाद से नाराज थे। उन्होंने इससे पहले ही पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देकर यह संकेत दे दिया था। इस बीच हालांकि राजद के नेता तेजस्वी यादव ने अस्पताल में जाकर पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह से मुलाकात की थी और उन्हें मनाने की भी कोशिश की थी।
फिलहाल सिंह की तबियत खराब है वे दिल्ली एम्स में भर्ती हैं। इस कारण उनसे सीधे संपर्क नहीं हो पा रहा है।.