पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा थम नहीं रही रही है। बीजेपी कार्यकर्ता और समर्थकों के घर जलाए जा रहे हैं। हत्या हो रही हैं। महिलाओं के साथ रेप हो रहे हैं। पुलिस तमाशबीन बनी हुई है। राज्य में कानून व्यवस्था के बुरे हाल की रिपोर्ट राज्यपाल ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंप दी है। लेकिन ममता सरकार और उनके गुण्डों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। चुनाव जीतने के बाद टीएमसी को जिताने वालों का हौंसला इतना बढ़ गया है कि हिंदुओं की आबादी पर दिन दहाड़े हमले हो रहे हैं। मंदिरों को तोड़ा जा रहा है आस्था को चोट पहुंचाई जा रही है।
प. बंगाल के हालात बदतर हो रहे हैं। BJP समर्थकों को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। औरतों-लड़िकयों से रेप हो रहे हैं #MamataBanerjee की पुलिस दंगाईयों की तरफ है? वीडियो देखें और दर्द महसूस करें! @AmitShah @AmitShahOffice @BJP4India @NCWIndia @narendramodi @KailashOnline @RSSorg pic.twitter.com/yv7064MQY2
— इंडिया नैरेटिव (@NarrativeHindi) June 14, 2021
अभी तक सरकारों की ओर से कोई राहत न मिलने दुखी कई महिलाओं ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है और खुद पर हुई ज्यादतियों के बारे में बताते हुए एसआईटी जांच की मांग की है। इनमें से एक 60वर्षीय महिला ने बताया कि कैसे उसके घर में 4मई की रात को टीएमसी के कार्यकर्ता जबरन घुस आए थे और उसके पोते के सामने ही उससे रेप किया। टीएमसी कार्यकर्ताओं ने घर में लूट-पाट भी की। यह मामला बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले का है। सुप्रीम कोर्ट के सामने महिला ने कहा कि बीजेपी को समर्थन करने का बदला लेने के लिए टीएमसी रेप जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं।
यह वीडियो कोलकाता महानगर के तिलजिला में हजारी गली का है। इस घटना को देखें और अंदाज लगाएं कि जब कोलकाता महानगर में यह हाल है तो #WestBengal के रिमोट एरिया का क्या हाल होगा?@AmitShah @AmitShahOffice @BJP4India @NCWIndia @narendramodi @KailashOnline @RSSorg pic.twitter.com/vohPdlXcor
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इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट में अपनी अर्जी में महिला ने कहा कि बंगाल में इन घटनाओं को पुलिस की ओर से निष्क्रियता के चलते भी बढ़ावा मिल रहा है। इससे पहले 18मई को भी सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई जांच की मांग वाली याचिका पर पश्चिम बंगाल सरकार को नोटिस जारी किया था। चुनाव के बाद हुई हिंसा में बीजेपी के दो कार्यकर्ताओं की हत्या के आरोप में यह अर्जी दाखिल की गई थी। अब अर्जी दाखिल करने वाली महिलाओं में से एक ने कहा कि उसके पति ने बीजेपी के लिए प्रचार किया था। उनकी पहचान की गई और टीएमसी के लोगों ने दिनदहाड़े उन्हें कुल्हाड़ी सेकाट करमार डाला गया।
महिला ने कहा कि वह असहाय होकर अपने पति को टीएमसी कार्यकर्ताओं के हमले में मरते हुई देखती रहीं। यही नहीं हमलावरों ने बाद में उनसे रेप करने का प्रयास भी किया। इसके अलावा शीर्ष अदालत में एक 17वर्षीय दलित लड़की ने बताया कि 9मई को टीएमसी के लोगों ने उसके साथ रेप किया था और उसे जंगल में ही मरने के लिए छोड़ गए। यही नहीं लड़की ने दावा किया कि अगले दिन टीएमसी के नेता उसके घर आए और धमकी दी कि यदि वह मामले की शिकायत पुलिस में करेगी तो घर को आग के हवाले कर देंगे और परिवार को ही जान से मार देंगे।