राम माधव को संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी में जगह दी गई है। जिसके बाद राजनीति के गलियारों में ये चर्चा चल रही है कि आखिर क्यों राम माधव की वापसी संघ में की गयी है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता राम माधव (Ram Madhav) अब संघ के लिए अब काम करेंगे। उन्हें BJP से संघ में वापस बुला लिया गया है। राम माधव को संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी में जगह दी गई है। बेंगलुरु में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में ये फैसला लिया गया है। बता दें कि वे पहले संघ से बीजेपी में महासचिव बनकर गए थे। उन्होंने कश्मीर समेत कई मामलों में बड़ी भूमिका निभाई। अब राम माधव दोबारा से संघ के सेवा कार्यों का मोर्चा संभालेंगे।
क्या है राममाधव का बीजेपी से संघ में जाने के मायने और दत्तात्रेय का सरकार्यवाह होना
राजनीति के जानकारों की माने तो राम माधव का वापस संघ में जाना इस बात की तस्दीक करता है कि बीजेपी अब राम माधव को बीजेपी से अलग रखकर संघ के कार्यों में उनकी संलिप्ता अधिक चाहता है। वहीं अब दत्तात्रेय होसबोले, भैय्याजी जोशी की जगह लेंगे। 73 साल के जोशी तीन-तीन वर्षों के लिए चार बार सरकार्यवाह रहे। वहीं होसबोले 2009 से संघ के सह सरकार्यवाह थे।
दत्तात्रेय होसबोले को तीन वर्षों के लिए सर्वसम्मति से चुना गया है और अब वह संघ में नंबर दो के ओहदे पर पहुंच गए हैं। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की निर्णय लेने वाली सर्वोच्च इकाई अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में दत्तात्रेय होसबोले को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का सरकार्यवाह चुना गया है। दत्तात्रेय होसबोले, भैय्याजी जोशी की जगह लेंगे।
दत्तात्रेय होसबोले अंग्रेजी साहित्य में परास्नातक हैं। शुरू में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के साथ जुड़े जो आरएसएस की छात्र शाखा है। संघ की नई टीम में अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल, अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख आलोक को बनाया गया है। इसके साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के लिए महेंद्र जी को नया क्षेत्र प्रचारक बनाया गया है।