देश में कोरोना वैक्सीन की कमी के बीच सरकार ने रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी (Sputnik V) के एमरजेंसी यूज को मंजूरी मिल चुकी है। रूस के इस वैक्सीन के दाम को लेकर तमाम तरह के कयाज लगाए जा रहे थे जो अब खत्म हो गए हैं। अगले हफ्ते से कोरोना के खिलाफ जंग में कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद स्पूतनिक-वी भी मार्केट में उपलब्ध होगी। स्पूतनिक-वी वैक्सीन की एक खुराक की कीमत 995.40 रुपए होगी।
बताया जा रहा है कि जब स्पूतनिक-वी वैक्सीन का निर्माण भारत में शुरू होगा, तब उसकी कीमत कम होगी। भारत में इस दौरान टीकाकरण अभियान चल रहा है। जिसमें अब कोविशील्ड और कोवैक्सीन के बाद अब स्पूतनिक वी भी शामिल होगी। केंद्र सरकार इन दोनों टीकों को 250 रुपए में खरीदती है। हालांकि, कोविशील्ड और कोवैक्सीन ने प्राइवेट अस्पतालों और खुले बाजार के लिए अपनी वैक्सीन की अलग कीमत रखी है। केंद्र सरकार ने 1 मई से वैक्सीन कंपनियों को राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों को भी टीके की बिक्री की अनुमति दे दी है। देश में टीके का उत्पादन कर रहीं कंपनियां 50 फीसदी टीका केंद्र सरकार को देंगी तो 50 फीसदी टीका राज्य सरकारों और निजी अस्पतालों को बेच सकती हैं।
स्पूतनिक वैक्सीन को लेकर सरकार का कहना है कि इस महीने के अंत तक 30 लाख और स्पूतनिक टीके की खुराक भारत पहुंचेंगी। साथ ही सरकार की देश में इस टीके का उत्पादन शुरू करने के लिए रेड्डी लेबोरेटरी के अलावा पांच अन्य कंपनियों के साथ बातचीत चल रही है। इनमें हेटेरो बॉयोफॉर्मा, विरचोव बॉयोटैक, स्टेलिस बॉयोफॉर्मा, ग्लैंड बॉयोफॉर्मा तथा पैनाशिया बॉयोटैक शामिल हैं। सरकार की कोशिश है कि जुलाई से देश में निर्मित स्पूतनिक वी वैक्सीन मिलनी शुरू हो जाएगी।