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बड़ी खबरः यूपी के किसानों ने खत्म किया आंदोलन, नोएडा-दिल्ली बॉर्डर खोला

बड़ी खबरः यूपी के किसानों ने खत्म किया आंदोलन, नोएडा-दिल्ली बॉर्डर खोला

एमएसपी और एपीएमसी को आंदोलन शुरु करने वाले किसानों के एक गुट अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के नेता सरदार वीएम सिंह (Sardar VM Singh) ने कहा कि सरकार से बातचीत कोई करे या न करे लेकिन उनका संगठन सरकार से वार्ता के लिए तैयार है। सरकार जिस दिन वार्ता का निमंत्रण देगी उनका संगठन वार्ता के लिए जाएगा। सरदार वीएम सिंह (Sardar VM Singh) ने कहा है कि यह समय खेतों में गेहूं की फसल को देने का समय है। सड़कों पर बैठने का नहीं। सरकार अगर एमएसपी पर कानून बनाने का आश्वासन देती है तो बाकी मांगों पर बाद में बात कर ली जाएगी। इस बीच खबर यह भी आ रही है कि यूपी के किसानों ने आंदोलन खत्म कर दिया है और नोएडा से दिल्ली जाने वाला रास्ता भी खोल दिया है।

<img class="wp-image-21331 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/12/Sardar-VM-Singh-MSP.jpg" alt="Sardar VM Singh MSP" width="1280" height="720" /> यूपी के किसान पीछे हटे, आंदोलन टूटना शुरू, रास्ते खुलने शुरू!

सरदार वीएम सिंह ने कहा, हम एमएसपी पर आश्वासन चाहते हैं। हम इसके तहत अपनी फसलों की खरीद और सही कीमत की गारंटी चाहते हैं। एमएसपी गारंटी कानून बन जाने से किसानों को बहुत फायदा होगा। सरदार वीएम सिंह (Sardar VM Singh) की तरह ही यूपी के किसानों के बड़े नेता डूंगर सिंह ने कहा कि गेहूं या धान ही नहीं आलू, गन्‍ना, अनाज, सब्‍जी और दूध समेत सभी उपज पर एमएसपी होनी चाहिए।

किसान आंदोलन में फूट की एक और बानगी उस वक्त देखने को मिली जब देर रात नोएडा से दिल्ली जाने वाला रास्ता पूरी तरह खोल दिया गया। यह रास्ता किसान आंदोलन की वजह से बंद था। कुछ लोग यह भी कह रहे हैं कि किसान आंदोलन वाम पंथी और दक्षिण पंथी किसानों में बंटता जा रहा है। दक्षिण किसान संगठनों का कहना है कि आंदोलन में अब राजनीति शामिल हो गयी है। किसान आंदोलन के मंच का दुरुपयोग देश द्रोह के आरोपियों के लिए होने लगा है। इसलिए सरकार एमएसपी पर लिखित आश्वासन दे तो आश्वासन स्थगित किया जा सकता है।.