जम्मू-कश्मीर और जीबी पर भारत के रुख को सऊदी अरब के (Saudi Arabia on JK-GB) समर्थन से पाकिस्तान में सन्नाटा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने चीन के चाल में फंस कर भले ही गिलगिट बालटिस्तान में चुनाव करवा दिए हैं लेकिन विश्व बिरादरी ने गुलाम कश्मीर और गिलगिट बालटिस्तन (Saudi Arabia on JK-GB) पर पाकिस्तानी कब्जे के दावों को दरकिनार कर दिया है। इसका ताजा उदाहरण सऊदी अरब ने पेश किया है। जी-20 देशों के शिखर सम्मेलन की वर्चुअली मेजबानी करते हुए सऊदी अरब ने 20 रियाल का एक नोट जारी किया है। सऊदी अरब ने इस नोट पर जम्मू-कश्मीर और गिलगिट बालटिस्तान (Saudi Arabia on JK-GB) को भारत का हिस्सा दर्शाया गया है। जम्मू-कश्मीर और गिलगिट बालटिस्तान (Saudi Arabia on JK-GB) पर भारत को समर्थन से पाकिस्तान में मातम पसरा हुआ है।
लंदन निवासी सोशल-ह्युमन राइट एक्टिविस्ट आरिफ अजाकिया ने कहा है कि सऊदी सरकार के नए करंसी नोट पर जम्मू-कश्मीर-गिलगिट बालटिस्तान को भारत का अभिन्न हिस्सा दिखाना भारत की बहुत बड़ी फतह और पाकिस्तान के मुंह पर चमाट है। @arifaajakia @tilakdevasher1 @AartiTikoo #INHindi @AshwiniBJP pic.twitter.com/yFqgT4j9Im
— इंडिया नैरेटिव (@NarrativeHindi) November 23, 2020
विश्व बिरादरी में सऊदी अरब के इस कदम का बहुत बड़ा असर हुआ है। सऊदी अरब (Saudi Arabia on JK-GB) के इस कदम से जम्मू-कश्मीर पर भारत का दावा और मजबूत हो गया है। जम्मू-कश्मीर पर <a href="https://hindi.indianarrative.com/world/dooragaamee-asar-vaale-honge-saoodee-paakistaanee-sambandhon-mein-talkhee-ke-nateeje-9607.html" target="_blank" rel="noopener noreferrer"><strong><span style="color: #008000;">भारत के रुख और दावे को सऊदी अरब के समर्थन का मतलब</span></strong></a> है इस्लामिक सहयोग संगठन (Organisation of Islamic Cooperation -OIC) में शामिल 57 इस्लामिक देशों में से अधिकांश देश अब भारत के साथ हैं। यानी पाकिस्तान और उसके दोस्त टर्की के अलावा बाकी सभी मुस्लिम देश अब भारत के साथ हैं।
ध्यान रहे, सऊदी अरब ने यह 20 रियाल का यह नोट दोबारा छाप कर जारी किया है। इससे पहले <a href="https://indianarrative.com/videos/saudi-arabia-leaves-pakistan-embarrassed-19090.html"><strong><span style="color: #008000;">सऊदी अरब ने 20 रियाल के नोट की जो डिजाइन</span></strong></a> जारी की थी उसमें गिलगिट बालटिस्तान और जम्मू-कश्मीर को आजाद इलाका बताया गया था। भारत ने सऊदी अरब के साथ इस मुद्दे को चतुराई के साथ उठाया। भारत ने क्षेत्र की संवेदनशीतलता और वैधानिक स्थिति को सऊदी अरब के सामने रखा। सऊदी अरब ने भारत की स्थिति को समझा और पूरे जम्मू-कश्मीर को भारत के नक्शे में दिखाकर नोट को दोबारा छापकर जारी किया।
सऊदी अरब ने दुनिया को जता दिया है कि वो पाकिस्तान नहीं बल्कि अपने दोस्त भारत के साथ खड़ा है। कश्मीर पर इस्लामिक जगत का पलड़ा भारत के पक्ष में हो जाने से पाकिस्तान में सन्नाटा मातम पसर गया है। पाकिस्तान की विदेश नीति और विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की खिल्ली उड़ाई जा रही हैं।.