चार पैसे ज्यादा कमा कर बच्चों की अरमानों को पूरा करने के लिए सऊदी रोजगार करने गया बनारस के पड़ोसी जिले मिर्जापुर का केदार पांच साल गुलामी की जिंदगी जी रहा है। केदार जिस सऊदी शेख के पास काम करने गया था, उसने पास पोर्ट छीन लिया है। केदार को गुलामों की तरह रखा जा रहा है। घर वापस आने की इजाजत नहीं दी जा रही है और न ही पैसा दिया जा रहा है। केदार की आजादी के लिए केदार के परिवारी जनों ने पीएम मोदी से गुहार लगाई है। परिवार वालों का कहना है कि पैसा मिले या न मिले कम से कम केदार तो सही सलामत घर वापस आ जाए।
वतन वापसी के लिए तड़प रहे केदार ने परिजनों को फोन पर मदद की गुहार लगाई है।मिर्जापुर से सऊदी अरब काम करने गया युवक वहां पर पिछले पांच वर्षों से फंसा हुआ है। युवक परिजनों से वहां से भारत लाने की गुहार लगा रहा है। मगर अब तक युवक की वापसी नहीं हो पायी है। बेबस पत्नी और बच्चे अब सरकार से मदद की गुहार लगा रहे है। मिर्जापुर के लालगंज तहसील के उसका गांव का रहने वाला केदार 5साल पहले सऊदी अरब में कमाने के लिए गया था।
केदार के परिजनों ने बताया कि एक साल तक तो सब ठीक चला। लेकिन एक साल के बाद ही केदार का मालिक उसका उत्पीड़न करने लगा। परिवार पालने की मजबूरी ने केदार को उत्पीड़न सहने को मजबूर कर दिया। वहां पर भेड़ चराने की काम था लेकिन कुछ समय बाद से ही पेड़-पौधे की देखभाल में लगा दिया गया। धीरे-धीरे 5साल बीत चुके हैं लेकिन अब मालिक उसे भारत आने नहीं दे रहा। उसका वीजा नहीं मिल पा रहा है, जिससे वो अपने वतन लौट सके। परेशान केदार ने अपनी आपबीती परिजनों को बताई, जिसके बाद परिवार अब सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी से केदार को सकुशल वापस देश लाने की मांग की है।