भोलेनाथ का प्रिय महीना सावन 12अगस्त को समाप्त होगा। सावन के हर सोमवार का अपना विशेष महत्त्व होता है। आज सावन महीने का तीसरा सोमवार है। महादेव के साथ-साथ शिवभक्तों के लिए ये माह बेहद प्रिय होता है। वैसे श्रावण मास में सोमवार का विशेष महत्व बताया गया है। क्योंकि यही वो महीना है जब जब भगवान शिव और देवी पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था। मान्यता यह भी है इस महीने में मांगी जाने वाली सभी मनोकामनाएं जरूर पूरी होती हैं। ऐसे में सावन के तीसरे सोमवार पर मंदिरों में शिवभक्तों का जमावड़ा देखा गया। इस दौरान कई जगहों पर शिव के दुग्धाभिषेक के लिए लंबी-लंबी लाइन लगी हुई दिखी। वहीं इस बीच, सुरक्षा व्यवस्था भी पुख्ता की गई है। कई मंदिरों के बाहर पुलिस की भारी तैनाती की गई है। ताकि किसी तरह का दंगा फसाद नहीं होने पाए।
श्रावण मास के तीसरे सोमवार के पावन अवसर पर कई राज्यों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ मंदिरों के बाहर देखने को मिली है। ऐसे में क्या उत्तर प्रदेश, क्या दिल्ली, क्या तमिलनाडु अधिकतर राज्यों में श्रद्धालुओं की लंबी कतार देखने को मिली। सुबह-सुबह कानों में गूंजती शंख और घंटे की आवाज और अगरबत्ती की खुशबू से मानों भक्तों का मन भगवान शिव के प्रेम में डूब गया हो। शिव प्यार ही ऐसा है कि हर कोई जलाभिषेक के लिए खूब मशक्कत कर रहा है। मंदिरों में इतनी भीड़ जुटी हुई है कि कुछ श्रद्धालुओं को महाकाल के दर्शन के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है।
काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचे श्रद्धालू
सावन महीने के तीसरे सोमवार पर श्रद्धालू वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे। इस दौरान यहां पर अच्छी-खासी पुलिस की तैनाती देखी गई। मंदिरों में सुरक्षित व्यवस्था के लिए पुलिस बारी-बारी से भक्तों को परिसर में भेज रही है। शिव के दर्शन के लिए जाने वाले भक्त जोर-जोर से ‘हर हर महादेव’ के जयकारे लगा रहे हैं।
गौरी शंकर मंदिर में भी जुटी भीड़
इसके अलावा मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मन्दिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। साथ ही उत्तराखंड में भी सावन महीने के तीसरे सोमवार की गूंज सुनाई दी। यहां लोगों ने हरिद्वार के शिव मंदिर में पूजा की। वहीं दिल्ली के चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर में भी तीसरे सोमवार के अवसर पर भक्तों की भीड़ पहुंची। भक्तों ने इस दौरान पूजा-अर्चना की और शिव के दर्शन किए।