कभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आलोचक रहे पूर्व नौकरशाह शाह फैसल (Ex IAS Topper Shah Faesal) के सुर बदल गए हैं। शाह फैसल के लद्दाख के उपराज्यपाल के सलाहकार बनने की अटकलों के बीच अब उनके सुर लगातार बदल रहे हैं। फैसल अब पीएम मोदी के हर काम की प्रशंसा करते नजर आते हैं। वह कहते हैं कि मुझे प्रधानमंत्री की 'मन की बात' से बहुत कुछ जानने-सीखने व पढ़ने को मिलता है (Shah Faesal praises PM Modi Mann Ki Baat)। एक प्रकार से परोक्ष रूप से आप सबसे जुड़ने का अवसर मिलता है। किसी का प्रयास, किसी का जज्बा, किसी का देश के लिए कुछ कर गुजरने का जुनून, यह सब मुझे प्रेरित करते हैं, ऊर्जा से भर देते हैं (Shah Faesal Advisor)।
It is like 1.3 Billion people coming together as a family on a Sunday morning and each one being heard and spoken to, each one feeling counted.
My take away from this program: Communication can build solidarities and make a nation 'sound' like a family. https://t.co/H4FSzkge80
— Shah Faesal (@shahfaesal) January 31, 2021
मूलत: उत्तरी कश्मीर में लोलाब कुपवाड़ा के निवासी शाह फैसल ने रविवार को 'मन की बात' कार्यक्रम की जमकर सराहना करते हुए ट्विटर पर लिखा कि यह मानो कुछ ऐसा है कि रविवार की सुबह 130 करोड़ लोग एक परिवार की तरह इकट्ठा हो रहे हैं। हर किसी से संवाद किया जा रहा है।
ऐसा पहली बार नहीं है कि शाह फैसल ने प्रधानमंत्री की प्रशंसा की हो। कुछ दिन में यह दूसरी बार है जब उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय के किसी ट्वीट को रीट्वीट कर प्रधानमंत्री की प्रशंसा की हो। कोरोना टीकाकरण अभियान की प्रशंसा करते हुए शाह फैसल ने लिखा था कि यह केवल टीकाकरण का कार्यक्रम भर नहीं है। बल्कि यह सुशासन है, मानव पूंजी निर्माण है, राष्ट्र निर्माण है। भारत जगतगुरु की तरह विश्व का नेतृत्व कर रहा है। शाह फैसल के इस बदले रवैये ने सभी को चौंका दिया था।
अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर की थी आलोचना
वर्ष 2019 में जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 को हटाया था तो शाह फैसल ने कड़ी आलोचना की थी। इसके बाद उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से हिरासत में ले लिया गया था। उन्होंने वर्ष 2019 में भारतीय प्रशासनिक सेवाओं से त्यागपत्र दे दिया था। इसके बाद उन्होंने जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट राजनीतिक दल का गठन किया था। मगर पिछले वर्ष उन्होंने इससे त्यागपत्र दिया था। अब शाह फैसल को लद्दाख के उपराज्यपाल का सलाहकार बनाए जाने की चर्चा जोरों पर हैं।