<h3 style="text-align: center;"><span style="color: #ff6600;">'पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी Shah Mahmood Qureshi ने विपक्षी सांसदों से कहा</span></h3>
<h3 style="text-align: center;"><span style="color: #ff6600;"> कि अभिनंदन को जाने दें वरना भारत हमला कर देगा।बालाकोट पर इंडियन एयरस्ट्राइक से पाकिस्तान में खौफ पसर गया था। </span></h3>
<h3 style="text-align: center;"><span style="color: #ff6600;">इमरान खान को इतना गहरा सदमा लगा कि वो </span></h3>
<h3 style="text-align: center;"><span style="color: #ff6600;">नेशनल असेंबली की इमरजेंसी मीटिंग में भी नहीं पहुंचे। आर्मी चीफ बाजवा की हवाईयां उड़ी हुई थीं। पैर कांप रहे थे। </span></h3>
<h3 style="text-align: center;"><span style="color: #ff6600;">विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के चेहरे पर पसीना था। पाकिस्तानी सेना और सरकार भयभीत थी कि </span></h3>
<h3 style="text-align: center;"><span style="color: #ff6600;">अभिनंदन वर्धमान को नहीं छोड़ा गया तो भारत हमला कर देगा। </span></h3>
<h3 style="text-align: center;"><span style="color: #ff6600;">पाकिस्तान में इंडियन फायर पॉवर का मुकाबला </span></h3>
<h3 style="text-align: center;"><span style="color: #ff6600;">करने की हिम्मत न पहले थी और न आज है।'</span></h3>
पाकिस्तान में घुसकर एयर स्ट्राइक करने और सैकड़ों आतंकियों को मौत के घाट उतारने का सबूत मांगने को देर से ही सही लेकिन सबूत मिल गए। यह सबूत भी खुद पाकिस्तान से आया है। पाकिस्तान की संसद में पाकिस्तान के पूर्व स्पीकर अयाज सादिक ने बताया है कि पाकिस्तानी सरकार की क्या हालत थी। पाकिस्तान भारत के हमले के खौफ से थर-थर कांप रहा था।
ध्यान रहे, 14 फरवरी 2019 को पुलवामा हमले के सबक सिखाने के लिए 26 फरवरी की रात भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के भीतर खैबर पख्तूनख्वाह तक घुसकर हमला किया। और बालाकोट में चल रहे जैश-ए-मुहम्मद के बड़े आतंकी सेंटर को नेस्तनाबूद कर दिया था। इस हमले में सैकड़ों आतंकी मारे जाने की खबरें आई थीं। भारतीय सेना की इस कार्रवाई से मोदी सरकार पर हमलावर रहने वाले गैंग में सन्नाटा था, लेकिन एक दिन बाद ही पाकिस्तान ने पहाड़ों की ओट से भारत पर जवाबी हवाई हमले की कोशिश की थी।
"India is going attack Pakistan at 9pm if we don't release Abhinandan," foreign minister Qureshi told the opposition leaders.
So was it 9pm PST or IST? 🤔 pic.twitter.com/8f1tkLkypK
— Naila Inayat (@nailainayat) October 28, 2020
पाकिस्तानी लड़ाकू जहाजों को भारत की ओर बढ़ता भारतीय वायु सेना के जहाज जैसे ही पाकिस्तानियों पर लपके वैसे ही वो अपने हथियार वहीं गिराकर वापस पाकिस्तानी सीमा में वापस भागने लगे। इसी बीच भारत के विंग कमाण्डर अभिनंदन वर्तमान के मिग बाइसन का मुकाबला पाकिस्तान के एफ-16 से हो गया। अभिनन्दन वर्तमान को अकेला देख पाकिस्तान के कई जहाजों ने घेर लिया। राजौरी के आसमान के ऊपर मुठभेड़ शुरु हो गई। विंग कमाण्डर अभिनंदन ने पाकिस्तान का एक एफ-16 को मार गिराया और वो दूसरे टारगेट को लॉक कर चुके थे लेकिन दूसरे एफ-16 को मार गिराने के समय उनके रेडियो सिग्नल बाधित हो गए और उनके मिग बाइसन को भी पाकिस्तानी एफ-16 से दागी गई मिसाइल लग चुकी थी। रेडियो सिग्नल बाधित होने के कारण उन्हें पता नहीं चला कि वो दुश्मन की सीमा में दाखिल हो चुके हैं। दुश्मन के दो एफ-16 गिराने के बाद अभिनंदन ने अपने जलते हुए मिग बाइसन से छलांग लगा दी। वो पाकिस्तान की सीमा में गिरे और दुश्मन के हाथ पकड़े गए।
उसके बाद पाकिस्तान में क्या हुआ, इसका अंदाज सिर्फ अयाज सादिक के बयान से लगाया जा सकता है। अयाज सादिक ने पाकिस्तान की नेशनल असेम्बली में ऑन रिकॉर्ड कहा है कि उस दिन इमरजैंसी मीटिंग बुलाई गई थी। मीटिंग में पीएम इमरान खान को भी आना था लेकिन वो नहीं आए। मीटिंग में आर्मी चीफ कमर जावेद बाजवा भी थे। पैर कांप रहे थे। चेहरे पर पसीना था। विदेश मंत्री शाह महमूद साहब ने हमसे (विपक्षी दलों) से कहा कि खुदा के वास्ते अभिनंदन को जाने दें वरना भारत रात नौ बजे हमला करने वाला है। और गिड़गिड़ाते हुए घुटने टेक कर अभिनंदन को वापस कर दिया।
अयाज सादिक पाकिस्तानी नेशनल असैंबली के मेंबर हैं और पूर्व स्पीकर भी हैं। अयाज सादिक के इस बयान से साबित हो चुका है। एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तान पाकिस्तान की सरकार और पाकिस्तान आर्मी बुरी तरह भयभीत थी। अया सादिक नेशनल असेंबली के पूर्व अध्यक्ष रह चुके हैं, इसलिए यह भी नहीं कहा जा सकता कि विपक्षी दलों ने इमरान सरकार का मनोबल गिराने के लिए बयान दिया है। अयाज सादिक का बयान नेशनल असेंबली के रिकार्ड में दर्ज है, इसलिए इसे कभी झुठलाया भी नहीं जा सकता। मोदी सरकार से बालाकोट हमले के सबूत मांगने वाले गैंग को एक बार फिर लकवा सा मार गया है।
बिहार चुनावों के बीच पाकिस्तान की नेशनल अमेंबली में उसी के पूर्व स्पीकर का बयान मोदी सरकार के पक्ष में आने से सबूत गैंग के लीडर काफी परेशान भी हैं। क्योंकि बीजेपी और एनडीए के नेता इसका इस्तेमाल चुनाव प्रचार में कर सकते हैं। इससे पहले बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने सबूत मांगने गैंग को कटघरे में खड़ा कर ही लिया गया है। एक मार्च को अभिनंदन की वापसी अटारी बार्डर से हुई थी। इस पर सबूत मांगने वाले गैंग ने भारतीय सेना के पराक्रम और सरकार के निर्णय लेने की क्षमता की प्रशंसा करने के बजाए पाकिस्तान की सह्रदयता बताया था। रात गई बात गई की तर्ज पर मामला रफा-दफा हो गया लेकिन पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में उसी के एक पूर्व स्पीकर अयाज सादिक के बयान ने साबित कर दिया कि पाकिस्तान की सेना और सरकार में भारतीय पराक्रम का कितना खौफ है।
एक खास बात और पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में अयाज सादिक से पहले जब विदेशमंत्री शाह महमूद कुरैशी बोलने आये तो असेंबली मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठी। झल्लाए-झेंपे शाह महमूद कुरैशी सिर्फ इतना ही कह पाए कि नारे लगाने वालों में नरेंद्र मोदी की रूह घुस चुकी है। पाकिस्तान की असेंबली में पाकिस्तान के सत्ता पक्ष के सासंदों ने पीडीएम की क्वैटा रैली में बलूचिस्तान को आजाद रियासत बनाने के बयान पर विपक्ष पर हमला बोला था। सत्ता पक्ष के सांसदों ने नवाज शरीफ की पार्टी को निशाना बनाते हुए मोदी का यार है गद्दार के नारे भी नेशनल अमेंबली में लगाए थे। भारत में सबूत मांगने वाला गैंग भले ही कुछ कहे लेकिन यह तो साबित हो गया कि पाकिस्तान की फिजाओं में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और इंडियन आर्मी का खौफ तारी है।.