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शिवमोगा विस्फोट मामला: खदान मालिक और विस्फोटक विक्रेता हिरासत में, पीएम-राष्ट्रपति ने दुख जताया

शिवमोगा खदान में विस्फोट। (फोटो...गूगल)

कर्नाटक के शिवमोगा जिले में पत्थर खनन खदान में विस्फोट मामले में पुलिस ने खदान मालिक और विस्फोटक आपूर्तिकर्ता को हिरासत में ले लिया है। प्रदेश के गृह मंत्री बसावराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि पहली नजर में जांच में पत्थर खनन खदान मालिक और संचालकों की लापरवाही का पता चलता है। पुलिस ने पूछताछ के लिए खदान मालिक और डायनामाइट सप्लायर को हिरासत में ले लिया है। जांच अभी जारी है।

पुलिस के मुताबिक, यह खदान 21 एकड़ में फैला हुआ है और एसटी कुलकर्णी इसके मालिक हैं। इस खदान के लगभग पांच एकड़ में पत्थर तोड़ने का काम चल रहा था। इस काम के लिए अप्रैल 2019 में लाइसेंस प्रदान किया गया था जो 2024 तक मान्य है।

पुलिस के अनुसार, पत्थर तोड़ने की जो यूनिट है, उसका लाइसेंस सुधाकर के नाम पर है। पुलिस ने सुधाकर और एसटी कुलकर्णी के बेटे अविनाश कुलकर्णी को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। खदान मंत्री मुरुगेश रुद्रप्पा निरानी ने बताया कि इस हादसे में मारे गए 15 लोग बिहार के श्रमिक थे। उन्होंने कहा कि मैं इस दुखद घटना से बहुत आहत हूं। बहरहाल, मरने वालों की वास्तविक संख्या फिलहाल स्पष्ट नहीं हो पाई है क्योंकि अलग- अलग सूत्र अलग-अलग आंकड़े बता रहे हैं।

वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी और अन्य नेताओं ने कर्नाटक के शिवमोगा में पत्थर खनन खदान में हुए विस्फोट की घटना पर दुख जताते घटना को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।

कोविंद ने एक ट्वीट में कहा, कर्नाटक के शिवमोगा में एक पत्थर खनन खदान में हुए विस्फोट में जानमाल के नुकसान की खबर दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद है। इस कठिन घड़ी में मेरे विचार और प्रार्थनाएं पीड़ितों के परिवारों और प्रियजनों के साथ हैं। मैं घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।

पीएम नरेंद्र मोदी ने भी शिवमोगा की दुर्घटना में हुई जान-माल की हानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। एक ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा, शिवमोगा में हुई जान-माल की हानि से मुझे बहुत दुख हुआ है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मैं संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के जल्दी स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रही है।